ओलंपिक से फोगाट के निष्कासन को पप्पू यादव ने बताया राजनीतिक साजिश, नीता अंबानी पर खड़े किए सवाल

पटना। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने इस निष्कासन को बड़ी राजनीतिक साजिश करार दिया है और इस पूरे मामले में रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) की सदस्य नीता अंबानी की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर कहा कि विनेश फोगाट के खिलाफ साजिश रची गई है और यह साजिश देश के भीतर ही हुई हो सकती है। उन्होंने आशंका जताई कि कहीं विनेश फोगाट की सफलता से जलने वाले लोग ही उनके खिलाफ षड्यंत्र में शामिल तो नहीं हैं। उन्होंने लिखा, “विनेश फोगाट एक बार फिर अन्याय का शिकार हुई हैं। भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार और IOC सदस्य नीता अंबानी क्या कर रहे हैं? कहीं यह साजिश देश के भीतर से ही तो नहीं रची गई?” पप्पू यादव ने नीता अंबानी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह IOC की सदस्य होने के नाते विनेश फोगाट के मामले में क्या कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीता अंबानी का प्रभाव इस निष्कासन में हो सकता है। पप्पू यादव का कहना है कि विनेश फोगाट को फाइनल मैच से ठीक पहले अयोग्य घोषित करना एक सुनियोजित चाल हो सकती है। विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक के रेसलिंग फाइनल मैच से ठीक पहले डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। सेमीफाइनल जीतने के बाद भारत को उनसे पदक की बड़ी उम्मीद थी, लेकिन तय मानक से ज्यादा वजन होने के चलते उन्हें फाइनल मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस निर्णय ने न केवल फोगाट बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, क्योंकि सभी की पदक की आस टूट गई थी। पप्पू यादव ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि विनेश फोगाट की सफलता से शर्मसार हुक्मरानों ने साजिश तो नहीं की? अगर ऐसा है, तो इन तत्वों को और बड़ी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ और भारत सरकार को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और सच्चाई को सामने लाना चाहिए। इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला भारतीय खेल संघटनाओं में चल रहे भ्रष्टाचार और राजनीति की एक और मिसाल है। इस बीच, विनेश फोगाट के समर्थकों और खेल प्रेमियों ने भी उनके निष्कासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर #JusticeForVinesh हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, जिसमें लोग उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। विनेश फोगाट के परिवार ने भी इस निर्णय को लेकर अपनी निराशा जाहिर की है और उम्मीद जताई है कि न्याय मिलेगा। अंततः, यह मामला न केवल भारतीय खेल संघटनाओं में चल रही राजनीति और भ्रष्टाचार को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे एक खिलाड़ी के करियर को राजनीति और व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते बर्बाद किया जा सकता है। पप्पू यादव के इन आरोपों और सवालों के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारतीय ओलंपिक संघ और भारत सरकार इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और सच्चाई को सामने लाने के लिए क्या कार्रवाई करते हैं।
