पटना हाईकोर्ट को जल्द मिलेंगे 5 नए न्यायाधीश, सुप्रीमकोर्ट की कॉलेजियम कमेटी ने लगाई मुहर

पटना। हाईकोर्ट में जल्द ही पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इन नियुक्तियों को हरी झंडी दे दी है। यह फैसला मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें अधिवक्ता आलोक कुमार सिन्हा, रितेश कुमार, सोनी श्रीवास्तव, सौरेन्द्र पांडेय और अंशुल राज के नामों को मंजूरी दी गई है। इस फैसले से पटना हाईकोर्ट में न्याय प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी। पटना हाईकोर्ट में लम्बे समय से न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही थी। अदालत में लंबित मामलों की संख्या बढ़ती जा रही थी, जिससे न्याय प्रक्रिया धीमी हो रही थी। इन पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति से अदालत की कार्यक्षमता में सुधार होगा और मामलों का तेजी से निपटारा किया जा सकेगा। सिर्फ पटना हाईकोर्ट ही नहीं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट और मद्रास हाईकोर्ट में भी न्यायाधीशों की नियुक्ति को मंजूरी दी है। तीन अतिरिक्त न्यायाधीशों को स्थायी जज बनाया गया है। इन जजों के नाम हैं न्यायमूर्ति शैलेश प्रमोद ब्रह्मे, न्यायमूर्ति फिरदौस फिरोज पूनीवाला और न्यायमूर्ति जितेंद्र शांतिलाल जैन। इसके अलावा, न्यायमूर्ति मंजूषा अजय देशपांडे के कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ाने की सिफारिश की गई है।
न्यायपालिका में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के इस निर्णय को भारतीय न्यायपालिका में सुधार की दिशा में एक अहम कदम** माना जा रहा है। पटना, बॉम्बे और मद्रास हाईकोर्ट में नए जजों की नियुक्ति से अदालती मामलों के तेजी से निपटान में मदद मिलेगी और न्यायिक प्रक्रिया अधिक प्रभावी होगी। पटना हाईकोर्ट को पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति से न्यायिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और न्याय मिलने की प्रक्रिया तेज होगी। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न केवल पटना बल्कि बॉम्बे और मद्रास हाईकोर्ट में भी कई महत्वपूर्ण नियुक्तियों को मंजूरी दी है। यह फैसला लंबित मामलों को तेजी से निपटाने और अदालतों में न्यायाधीशों की संख्या को संतुलित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
