राजीव नगर गोली कांड में नया मोड़ : कुख्यात पंकज शर्मा सहित 5 अपराधी गिरफ्तार, घायल स्वर्णकार को बेचता था लूट का आभूषण, पुराना लेन-देन था बकाया

पटना। बीते 19 जनवरी को दोपहर करीब 2:30 राजधानी पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जयप्रकाश नगर अवस्थित रोड नं. 16 के कार्नर के पास सुहागन ज्वेलर्स में हथियारबंद अपराधियों द्वारा प्रतिष्ठान के मालिक राकेश कुमार सोनी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर गंभीर रूप से जख्मी करने के मामले में पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कुख्यात पंकज शर्मा सहित पांच अपराधियों को हथियार सहित गिरफ्तार किया गया है।
विशेष टीम का किया गया था गठन
पटना एसएसपी मानवजोत सिंह ढिल्लो ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर खुलासा किया कि सुहागन ज्वेलर्स के मालिक राकेश कुमार सोनी की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया है। उसके बाद तत्काल इस गंभीर अपराध की सूचना पर घटना के उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु सिटी एसपी मध्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसपी विधि-व्यवस्था, राजीवनगर थानाध्यक्ष, शास्त्रीनगर, दीघा एवं अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया। गठित टीम द्वारा अनुसंधान के क्रम में पता चला कि 9 जनवरी को भी इसी ज्वेलरी शोरूम के सामने अज्ञात हथियारबंद अपराधियों द्वारा गोलीबारी की गई थी, जिसमें एक सरकारी शिक्षक सुशील कुमार को गोली लगी थी। इस कांड के अनुसंधान के क्रम में पेशेवर अपराधी पंकज शर्मा का नाम सामने आया था, जो उस समय केन्द्रीय कारा, बेऊर में बंद था।
6 अपराधी थे शामिल
एसएसपी ने बताया कि टीम द्वारा पंकज शर्मा के संबंध में जानकारी जुटाने का कार्य प्रारंभ किया गया। इसी क्रम में सूचना मिली कि अपराधी पंकज शर्मा इन दिनों रामनगरी राजीवनगर क्षेत्र में अपने गुर्गों के साथ लगातार देखा जा रहा है। तत्काल क्षेत्र की घेराबंदी कर गोपनीय सूचना पर संदिग्ध हुलिये के बाइक पर सवार दो व्यक्तियों को पकड़ा गया। तलाशी के क्रम में इनके पास से एक देशी पिस्टल एवं दो जिंदा कारतूस बरामद हुआ। इन्होंने अपना नाम पंकज शर्मा एवं प्रवीण कुमार उर्फ झुन्नु बताया। पूछताछ करने पर इन्होंने स्वीकार किया कि सुहागन ज्वेलर्स गोलीकांड की वारदात को इन्हीं लोगों के द्वारा अंजाम दिया गया है। घटना में इन दोनों के अलावा गोविन्दा, थाना बिदुपुर, वैशाली व उसके तीन अन्य साथी शामिल थे। इन्होंने एसपी125 डीएल होंडा बाईक (बीआर01एफएच 3694) का इस्तेमाल भी इस घटना में किया गया था।
स्वर्णकार को पूर्व में लूटे हुए स्वर्ण आभूषण बेचता था पंकज
पूछताछ में कुख्यात पंकज शर्मा ने खुलासा किया कि घायल स्वर्णकार को पूर्व में लूटे हुए स्वर्ण आभूषण बेचता था। इसी संबंध में इससे पुराना लेन-देन बकाया था, जिसे वह दो-तीन वर्षों से मांग रहा था एवं स्वर्णकार द्वारा बार-बार इनकार किया जा रहा था। इसी अदावत में पूर्व में भी उसने इस पर हमला करवाया था, जिसमें किसी अन्य व्यक्ति को गोली लग गयी थी एवं इस बार भी इसे मारने के लिए इसी ने गोली चलवायी। पंकज शर्मा के खुलासे के बाद अब पटना पुलिस इस बात की भी जांच करेगी की पंकज शर्मा की बातों में कितनी सच्चाई है। अगर जांच में बात सही निकलती है तो घायल स्वर्णकार की गिरफ्तारी तय है, क्योंकि लूट का स्वर्ण आभूषण खरीदना भी अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार सभी अपराधियों का पूर्व का अपराधिक इतिहास रहा है तथा ये जेल जा चुके हैं। इन सभी का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। गिरफ्तार अपराधी बंटी कुमार भी पूर्व में अपराधी पंकज शर्मा के साथ अपहरण कांड में जेल जा चुका है।

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