पटना में 4 साल की बच्ची को ट्रक ने कुचला, मौके पर दर्दनाक मौत
पटना। राजधानी पटना में सोमवार को जन्माष्टमी के दिन राजधानी पटना में तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला। मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को जिले में एक तेज रफ्तार ट्रक में 4 साल की बच्ची को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। बेउर थाना क्षेत्र के 70 फीट रोड बिशुनपुर पकड़ी के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने 4 साल की मासूम बच्ची को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना सोमवार को हुई, जब पूरे देश में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा था। घटना उस समय हुई जब बच्ची अपने घर के पास खेल रही थी। अचानक तेज गति से आ रहे ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। हादसा इतना भयानक था कि बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना ने न केवल उसके परिवार बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और उन्होंने ट्रक चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इस हादसे के बाद बच्ची के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। जन्माष्टमी के दिन जब पूरा परिवार उत्सव की तैयारी में था, तब यह घटना उनके लिए एक भयानक दुःस्वप्न बन गई। बच्ची के माता-पिता का गम असहनीय है और इलाके के लोग भी इस दुख में उनके साथ खड़े हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है। उन्होंने ट्रक चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया और मांग की कि दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची के शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वह ट्रक चालक से पूछताछ कर रही है और हादसे के कारणों की जांच कर रही है। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि ट्रक तेज रफ्तार में था और चालक ने नियंत्रण खो दिया था, जिससे यह हादसा हुआ। पटना में तेज रफ्तार वाहनों की समस्या एक गंभीर मुद्दा बन गई है। खासकर त्योहारी सीजन में सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इस घटना ने फिर से इस मुद्दे को उजागर किया है कि कैसे ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और तेज गति से चलने वाले वाहन मासूम जिंदगियों के लिए खतरा बन रहे हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। यह हादसा एक मासूम बच्ची की जान ले गया, जो सिर्फ 4 साल की थी और उसका पूरा जीवन उसके सामने था। इस तरह की घटनाएं न केवल पीड़ित परिवार को बल्कि पूरे समाज को हिला देती हैं। एक तरफ जहां इस घटना ने परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है, वहीं दूसरी तरफ यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारी सड़कों पर सुरक्षित चलना अब एक चुनौती बन गया है। बच्ची के परिवार और स्थानीय लोगों को न्याय की उम्मीद है। वे चाहते हैं कि दोषी ट्रक चालक को सजा मिले और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही, यह समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह सड़क सुरक्षा के महत्व को समझे और ट्रैफिक नियमों का पालन करे। इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि हमारी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं। पटना में जन्माष्टमी के दिन हुई इस दर्दनाक घटना ने एक मासूम बच्ची की जान ले ली, जो हमारे समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने एक परिवार की खुशियों को छीन लिया। यह समय है कि हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हों और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।


