टीआरई-3 : माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 39391 शिक्षकों की होगी नियुक्ति, पुराने आरक्षण के तहत होगी भर्ती

पटना। बिहार में शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में तीसरे चरण (टीआरई-3) के तहत 39,391 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। ये नियुक्तियां माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के रिक्त पदों को भरने के लिए की जा रही हैं। शिक्षा विभाग ने आरक्षण रोस्टर की पुष्टि के बाद इस भर्ती के लिए वैकेंसी की संख्या सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दी है। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया गया है कि भर्ती प्रक्रिया पुराने आरक्षण नियमों के तहत ही पूरी की जाएगी।
रिक्तियों की संख्या और श्रेणी
शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, माध्यमिक विद्यालयों में कुल 17,018 शिक्षकों के रिक्त पद हैं, जबकि उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 22,373 पद खाली हैं। इन रिक्तियों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग से आरक्षण रोस्टर की स्वीकृति प्राप्त कर ली है। अब, इस पूरी प्रक्रिया के लिए अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी जाएगी, जो इन शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देगा।
भर्ती प्रक्रिया और टीआरई-3
इन पदों की भर्ती तीसरे चरण के शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) के परिणामों के आधार पर की जाएगी। इससे पहले, शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीआरई) के तहत उम्मीदवारों का चयन किया गया था, और यह प्रक्रिया शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए की जा रही है। टीआरई-3 परीक्षा के परिणाम आने के बाद ही इस भर्ती को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद, योग्य उम्मीदवारों का चयन कर उन्हें माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त किया जाएगा।
पुराने आरक्षण के तहत बहाली
गौरतलब है कि इन पदों पर भर्ती के लिए पहले ही परीक्षा का आयोजन हो चुका है, लेकिन यह वैकेंसी जब निकली थी तो बिहार सरकार की जिस आरक्षण के नियम के तहत वैकेंसी निकली थी, उसे सुप्रीम कोर्ट ने अवैध करार दे दिया। जिसके बाद से नए सिरे से पुराने आरक्षण के नियम के अनुसार रिक्तियां तैयार की गई हैं। बिहार में सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान बहुत महत्वपूर्ण है, और शिक्षकों की इस बड़ी संख्या में नियुक्ति के लिए भी आरक्षण का ध्यान रखा गया है। आरक्षण रोस्टर को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा क्लीयर किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया गया है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, और महिलाओं के लिए आरक्षित पदों का उचित वितरण किया जाए। पुराने आरक्षण नियमों के तहत यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिससे सभी वर्गों को लाभ मिल सकेगा।
6,061 पद पर होगी प्रधानाध्यापकों की बहाली
साथ ही राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए आरक्षण रोस्टर क्लियरेंस के बाद संबंधित पदों को शिक्षा विभाग द्वारा सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग से आरक्षण रोस्टर के साथ प्रधानाध्यापकों के सभी 6,061 पद बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना भेज दी जाएगी।
शिक्षा विभाग की तैयारियां
शिक्षा विभाग ने पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नियुक्तियों की प्रक्रिया सुचारू रूप से चले। शिक्षा विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग के बीच तालमेल बनाकर इस प्रक्रिया को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा विभाग ने बीपीएससी के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति कराने का निर्णय लिया है, ताकि मेरिट और आरक्षण के आधार पर योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके।
बिहार में शिक्षा क्षेत्र में सुधार
बिहार सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है, और इस भर्ती प्रक्रिया को उसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में योग्य शिक्षकों की भर्ती से न केवल छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि बिहार के शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा मिलेगा। इस भर्ती प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, राज्य के कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी और इससे शिक्षा के स्तर में भी सुधार की उम्मीद की जा रही है।
इस दिन जारी हो सकता है रिजल्ट
तीसरे चरण के लिए अभी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के लिए आरक्षण रोस्टर के तहत वैकेंसी क्लियर नहीं हुआ है। ऐसे में यह दोनों क्लियर होगा और बीपीएससी कुछ सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से भेजा जाएगा, उसके बाद रिजल्ट आने की संभावना है। इस स्थिति में कयास यह लगाए जा रहे हैं कि प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के परीक्षा का रिजल्ट मध्य नवंबर तक जारी हो सकता है। तीसरे चरण के शिक्षक बहाली परीक्षा का रिजल्ट नवंबर के अंत या दिसंबर के शुरुआत में जारी हो सकता है। प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के पदों के लिए 28 और 29 जून को परीक्षा का आयोजन हुआ था। जबकि 87774 शिक्षकों के पद के लिए तीसरे चरण के शिक्षक बहाली परीक्षा का आयोजन 19 से 22 जुलाई तक प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया गया था। बिहार में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 39,391 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए टीआरई-3 प्रक्रिया के तहत हो रही यह भर्ती राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह कदम न केवल शिक्षकों की कमी को पूरा करेगा बल्कि छात्रों को बेहतर शिक्षा और विकास के अवसर भी प्रदान करेगा। सरकार का यह प्रयास शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता लाने के लिए एक मजबूत और महत्वपूर्ण दिशा में बढ़ाया गया कदम है, जिससे राज्य के भविष्य की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकेगा।
