पटना के विभिन्न जगहों पर लगेंगे 200 प्रजातियों के एक लाख पौधे, जेपी गंगा और अटल पथ होगा गुलजार
पटना। शहर में वायु प्रदूषण से निपटने और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। खास बात यह है कि ये पौधे करीब 200 अलग-अलग प्रजातियों के होंगे, जिनमें आम, महुआ, महोगनी, जामुन, बेल, कटहल जैसे छायादार और फलदार पेड़ शामिल हैं।
अटल पथ और जेपी गंगा पथ पर विशेष फोकस
पौधरोपण का यह कार्य मुख्य रूप से शहर की प्रमुख सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर किया जाएगा। अटल पथ, जेपी गंगा पथ, दीघा घाट जैसे क्षेत्रों में सड़क के दोनों किनारों पर बड़े वृक्षों के पौधे लगाए जाएंगे। इससे न केवल इन इलाकों की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि लोगों को शुद्ध और ठंडी हवा भी मिल सकेगी। गर्मी के मौसम में इन पेड़ों की छांव यात्रियों और स्थानीय निवासियों के लिए राहतदायक होगी।
नगर निकायों के सहयोग से चलेगा अभियान
इस अभियान को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए पार्क प्रमंडल और पटना वन प्रमंडल मिलकर काम करेंगे। इसके तहत पटना नगर निगम, दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल नगर परिषद क्षेत्रों में पौधारोपण के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान की जाएगी। पौधे लगाने से पहले मिट्टी की गुणवत्ता और स्थान की उपयोगिता को ध्यान में रखा जाएगा।
विकास कार्यों में हरियाली को हुआ नुकसान
शहर में हाल के वर्षों में कई विकास परियोजनाएं शुरू हुई हैं, जिनमें सड़कों का चौड़ीकरण, फ्लाईओवर का निर्माण और अन्य आधारभूत ढांचे का विस्तार शामिल है। इन कार्यों के दौरान बेली रोड, गर्दनीबाग, अटल पथ जैसे क्षेत्रों में कई छोटे और बड़े पेड़ों को या तो काटा गया या ट्रांसप्लांट किया गया। हालांकि, रिपोर्ट्स के अनुसार ट्रांसप्लांट किए गए पेड़ों में से करीब 50 फीसदी सूख गए हैं, जिससे हरियाली में भारी गिरावट आई है।
पर्यावरण सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम
अब पौधरोपण अभियान के माध्यम से इस नुकसान की भरपाई की कोशिश की जाएगी। यह न केवल शहर की हरियाली को फिर से बढ़ाने का कार्य करेगा, बल्कि वायु गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा। विशेष रूप से बढ़ते प्रदूषण और गर्मी को देखते हुए यह पहल जरूरी और समयानुकूल मानी जा रही है। पटना में पौधरोपण का यह अभियान पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। शहरवासियों को भी इस कार्य में भागीदारी निभानी चाहिए ताकि यह मिशन पूरी तरह सफल हो सके और पटना फिर से हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बन सके।


