झारखंड में मालगाड़ी की 20 से अधिक डिब्बे पटरी से उतरे, कई ट्रेन रोकी गई, वंदे भारत रद्द
सरायकेला। झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में शनिवार तड़के एक बड़ा रेल हादसा हुआ। चांडिल रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के 20 से अधिक डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए। यह घटना दक्षिण पूर्व रेलवे के चांडिल-टाटानगर रेलखंड पर हुई, जिसके कारण इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो गई। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सौभाग्य से इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक विकास कुमार ने जानकारी दी कि हादसे के तुरंत बाद रेलवे टीम मौके पर पहुंच गई और राहत एवं मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया। उनका कहना था कि हादसे के कारण चांडिल के आसपास कई ट्रेनों का संचालन बाधित हुआ है। ट्रैक को साफ करने और सेवाएं बहाल करने के लिए तकनीकी दल लगातार काम कर रहा है।
ट्रेनों पर असर
इस हादसे का सीधा असर चांडिल-टाटानगर रेलखंड से गुजरने वाली कई यात्री और मालगाड़ियों पर पड़ा। कई ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया, कुछ ट्रेनों को बीच रास्ते ही रोकना पड़ा, जबकि कुछ को रद्द करना पड़ा। रेलवे ने बताया कि 20894 पटना-टाटानगर वंदे भारत एक्सप्रेस, 28181 टाटानगर-कटिहार एक्सप्रेस और 28182 कटिहार-टाटानगर एक्सप्रेस को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा, कुछ अन्य ट्रेनों को वैकल्पिक मार्ग से गुजारा जा रहा है ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो।
संभावित कारण और जांच
हालांकि इस घटना के सही कारणों का खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि जांच टीम घटना स्थल पर मौजूद है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, तकनीकी खराबी, पटरियों की समस्या या मालगाड़ी के वजन असंतुलन की वजह से हादसा हुआ हो सकता है। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
यात्रियों को होने वाली परेशानी
इस हादसे से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। अचानक ट्रेनें रद्द होने और मार्ग बदलने के कारण कई लोग समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ देखी गई और कई लोग जानकारी के लिए अधिकारियों से संपर्क करते रहे। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को सूचित करने के लिए स्टेशन और ट्रेनों में घोषणाएं करने के साथ-साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
मरम्मत कार्य और सेवा बहाली
रेलवे इंजीनियरिंग टीम पूरी कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द ट्रैक को दुरुस्त किया जाए और प्रभावित सेवाओं को बहाल किया जा सके। भारी मशीनों की मदद से डिब्बों को पटरियों से हटाया जा रहा है और क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मत की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो कुछ घंटों में आंशिक सेवाएं बहाल हो सकती हैं, लेकिन पूरी तरह से सामान्य स्थिति में लौटने में थोड़ा अधिक समय लग सकता है। यह घटना एक बार फिर रेलवे सुरक्षा और रखरखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। हालांकि सौभाग्य से इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन ट्रेन सेवाओं में आई बाधा से यात्रियों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। रेलवे प्रशासन के लिए यह जरूरी है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नियमित निरीक्षण और रखरखाव पर और अधिक ध्यान दिया जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।


