प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार: पश्चिमी चंपारण जिले के 14 वर्षीय बहादुर धीरज को मिला सम्मान, मगरमच्छ से लड़कर बचाई थी छोटे भाई की जान
बेतिया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिमी चंपारण जिले के 14 वर्षीय बालक धीरज को विशेष बहादुरी के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। देश के 21 राज्यों के धीरज सहित 29 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत 01 लाख रुपये की राशि भी धीरज के एकाउंट में डिजिटली भेज दिया गया हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी ने डिजिटली ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी के माध्यम से धीरज को प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया। प्रधनमंत्री से संवाद के दौरान धीरज ने कहा की घटना के वक्त मेरे दिमाग में सिर्फ मेरा भाई ही दिखाई दे रहा था। उसकी जान किसी भी कीमत पर बचानी थी। प्रधानमंत्री ने पूछा कि आप बड़ा होकर क्या बनना चाहते हैं। तो धीरज ने कहा कि मैं फौजी बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार अंतर्गत बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित धीरज कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय चौमुखा में कक्षा 08 का छात्र है और वह योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के एक छोटे से गांव चैमुखा का रहने वाला है। एक गरीब परिवार से आने वाले धीरज की बहादुरी का डंका आज पूरे देश में बज रहा है। एक सितंबर 2020 को दोपहर लगभग 02 बजे धीरज अपने छोटे भाई नीरज के साथ अपने भैंसो को नहलाने गंडक नदी गया था। भैंसो को नहलाने के क्रम में नीरज पर एक मगरमच्छ ने अचानक हमला बोल दिया एवं उसके पैरों पर हमलाकर बुरी तरह से घायल कर दिया। धीरज ने बहादुरी का परिचय देते हुये बिना भयभीत हुए अपने छोटे भाई को मगरमच्छ से लड़कर छुड़ाया एवं छुड़ाकर किनारे पर ले आया।

