प्रथम चरण में सहकारी बैंकों में ई-स्टांपिंग की 125 शाखाएं 5 मई तक चालू करने का लक्ष्य : केके पाठक

* ई-स्टांपिंग की बिक्री सहकारिता बैंक की बड़ी उपलब्धि
* राज्य सहकारिता बैंक की समीक्षा बैठक


पटना। राज्य सहकारिता बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक और वर्तमान में मद्य निषेध उत्पाद विभाग एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शनिवार को बिहार राज सहकारिता बैंक के द्वारा निबंधन विभाग के ई-स्टांपिंग की प्रगति की समीक्षा के लिए बैंक के मुख्यालय पहुंचे। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पिछले एक सप्ताह के अंदर राज्य के जिला सहकारिता बैंकों द्वारा राज्य में लगभग 50 करोड़ के स्टांप की बिक्री की गई है। इससे सहकारी बैंकों को अच्छी आमदनी के साथ ई-स्टांपिंग के कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
सहकारी बैंकों द्वारा किए जा रहे उत्साहजनक कार्य को देखते हुए अपर मुख्य सचिव ने कहा कि निबंधन कार्यालय द्वारा अपनी जमा राशि भी सहकारिता बैंकों में रखने का आदेश दिया गया है। प्रथम चरण में सहकारी बैंकों में ई-स्टांपिंग की 125 शाखाएं 5 मई तक चालू करने का लक्ष्य है। इस योजना से लोगों को ई-स्टांपिंग खरीदने में बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी और सहकारी बैंकों की साख बढ़ेगी।
वहीं महानिरीक्षक निबंधन, कार्तिकेय धनजी ने बैंक कर्मचारी और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकों को आम लोगों से जोड़ने की जरूरत है और उनका विश्वास भी जीतना जरूरी है। लंबे समय बाद अपने पुराने कार्यालय आने पर केके पाठक को बैंक द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक के चेयरमैन रमेश चंद्र चौबे, स्वागत पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह और संचालन निदेशक शैलेंद्र कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बैंक के एमडी अखिलेश कुमार, निदेशक अमरनाथ पांडे, विष्णुन देव राय, महेश राय समेत सभी जिलों के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे।

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