हिंदी कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा- हिंदी के विकास में तकनीकी कौशल भी जरूरी

हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल मुख्यालय में परिचालन विभाग के कर्मचारियों के लिए शुक्रवार को हिंदी कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मुख्य यातायात योजना प्रबंधक दिलीप कुमार ने कहा कि राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार में कार्यशालाओं का महत्वपूर्ण स्थान है। इस अवसर पर उन्होंने भारत सरकार के राजभाषा नीति संबंधी प्रमुख निर्देशों का उल्लेख किया और बताया कि राजभाषा में कार्य करने के लिए नीति-नियमों को जानना जरूरी है। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोनाकाल के पश्चात पहली बार परिचालन विभाग के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने ई-आफिस का उल्लेख करते हुए कहा कि आजकल शत-प्रतिशत कार्य ई-आफिस के माध्यम से संपन्न हो रहे हैं और इस माध्यम से हिंदी में कार्य करना बहुत आसान है। उन्होंने परिचालन विभाग के कर्मचारियों से कहा कि जिन्हें हिंदी में कार्य करने में कोई कठिनाई हो, व्यक्तिगत तौर से उनसे सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। श्री कुमार ने कहा कि तकनीक के इस दौर में हमें भाषा के विकास के लिए तकनीकी कौशल प्राप्त करना जरूरी है।
वहीं अपने संबोधन में वरि. राजभाषा अधिकारी अशोक कुमार श्रीवास्तव ने राजभाषा के संवैधानिक विकास के संबंध में विस्तार से समझाया और कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने के लिए निर्देशित किया। वरि. अनुवादक राजकिशोर सिंह ने हिंदी की ध्वनियों, हिंदी की शब्द-संपदा एवं हिंदी भाषा के विकास पर अपने विचारों को रखा। कार्यशाला में परिचालन विभाग के राजेश रंजन, शोभित कुमार निराला, निरंजन यादव, संजय कुमार सिन्हा, राजेश रंजन सहाय, सुरिन्द्र कौर आदि कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। जबकि कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन वरि. राजभाषा अधिकारी अशोक कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

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