सुशील मोदी का हमला : महागठबंधन किनकी बंदूकों को अपना कंधा इस्तेमाल करने देना चाहता है

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए-महागठबंधन के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है और यह दौड़ सरकार गठन के बाद ही समाप्त होने वाली है। इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नक्सलवाद को लेकर राजद घेरा है। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि लालू-राबड़ी शासन में जो वामपंथी किसानों की जमीन कब्जा करते थे। उनकी फसलें जबरन काट ले जाते थे और वर्ग संघर्ष के नाम पर हत्याएं करते थे, उन पर एनडीए शासन ने सख्ती से लगाम लगायी थी। वहीं अब राजद ने वामपंथी दलों को 28 सीटें देकर साफ कर दिया है कि महागठबंधन किनकी बंदूकों को अपना कंधा इस्तेमाल करने देना चाहता है।
मोदी ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि राजद शासन में बिहार के 38 में से 32 जिले नक्सली उग्रवाद से त्रस्त थे। एनडीए सरकार ने एक तरफ आपरेशन ग्रीन हंट जैसे अभियान चलाकर नक्सली हिंसा के फन कुचले तो दूसरी तरफ विकास की रफ्तार तेज कर लोगों को भय, भूख, बेरोजगारी से बचाने की कोशिश की। कहा कि राजद फिर से उनका लाल आतंक लौटाना चाहता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव ने विपक्ष के नेता जैसे संवैधानिक पद की मर्यादा का कभी ध्यान नहीं रखा। कहा कि वे सदन से 33 दिनों तक स्पीकर को सूचित किये बिना गैरहाजिर रहे। आज जब वे लगातार सक्रिय मुख्यमंत्री के जीवित रहने की सार्थकता पर सवाल उठा रहे हैं तो क्या यही सवाल वे अपने सजायाफ्ता पिता लालू प्रसाद के बारे में भी उठायेंगे?

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