सीएए विरोधी आंदोलन में शामिल जेल में बंद शरजील इमाम कोरोना संक्रमित, कविता कृष्णन ने कहा- जान खतरे में
गुवाहाटी/पटना। संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में कथित संलिप्तता को लेकर असम के एक जेल में बंद आईआईटी बंबई के पूर्व छात्र शरजील इमाम के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह जानकारी एक शीर्ष अधिकारी ने दी है। बता दें शरजील इमाम सीएए के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में शाहीनबाग विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से शामिल था। इमाम के उस भाषण के लिए राजद्रोह कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद इमाम बिहार में उस वक्त चल रहे प्रदर्शन में शामिल भी हुआ था। इसके बाद इमाम को उनके पैतृक आवास बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया था।
महानिरीक्षक (जेल) दशरथ दास ने कहा कि शरजील इमाम और कुछ अन्य कैदियों के नमूनों की जांच की गयी और उनके नतीजे मंगलवार को आये। उन्होंने कहा कि राजद्रोह मामले के आरोपित शरजील इमाम को पहले दिल्ली ले जाया जाना था, लेकिन अब उन्हें यहां एक अस्पताल में भेज दिया जायेगा। जेल महानिरीक्षक ने कहा कि जेल के 435 कैदियों को अब तक कोविड-19 से पीड़ित पाया गया है। इनमें कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई भी शामिल हैं।
इस बाबत भाकपा माले की पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने ट्वीट कर कहा है कि शरजील इमाम की जान खतरे में है। केंद्र सरकार महामारी को राजनीतिक अंडर ट्रायल कैदियों के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल कर जेल को मौत का कैंप बनाना चाहती है।
मालूम हो कि असम मानवाधिकार आयोग ने दो दिन पूर्व ही राज्य सरकार को नोटिस जारी कर कोरोना महामारी को लेकर जेल में बंद कैदियों और उनकी स्थिति पर रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिये हैं।


