शिक्षा विभाग पर मुख्यमंत्री के आश्वासन व निर्देश की अवहेलना कर लोकतंत्र की हत्या का आरोप
बिहार राज्य उच्च स्तरीय माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ का एकदिवसीय भूख हड़ताल कल

पटना। बिहार राज्य उच्च स्तरीय माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ ने बिहार सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली को लेकर 19 जनवरी को होने वाली मानव श्रृंखला का समर्थन करने का फैसला करते हुए अपनी मांगों को लेकर 11 जनवरी को एकदिवसीय भूख हड़ताल की घोषणा की है। यह घोषण संघ की बैठक के दौरान पटना के नंदलाल छपरा में आहूत की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार एवं संचालन प्रदेश महासचिव डॉ. विपिन बिहारी ने किया। बैठक में कहा गया कि संघ बिहार सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली को लेकर होने वाली मानव श्रृंखला को समर्थन तो करेगी, लेकिन साथ में अपनी मुख्य मांग 4203 अतिथि शिक्षकों की सेवा नियमित करने को लेकर एवं तत्काल प्रभाव से एसटीईटी 2019 में 4203 अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्ति से अलग करने की मांग को लेकर कल गर्दनीबाग पटना में भूख हड़ताल पर बैठेगी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान अतिथि शिक्षकों के शिष्टमंडल की मुलाकात मोतिहारी, मधेपुरा और किशनगंज में हुई, जहां स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि अतिथि शिक्षकों की सेवा परमानेंट हो जायेगी। मगर मुख्यमंत्री के आश्वासन एवं निर्देश को दरकिनार करते हुए शिक्षा विभाग 28 जनवरी को एसटीईटी 2019 के आयोजन में कार्यरत 4203 अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त दिखाकर लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया, जिसकी निंदा करते हुए संघ मुख्यमंत्री से आधिकारिक घोषणा नियमितीकरण करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। शिक्षा विभाग के अन्याय पूर्ण फैसले से पूरे बिहार के अतिथि शिक्षक बेघर होने जा रहे हैं। बैठक में मुख्य रूप से संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष खुशबू सिन्हा, प्रदेश समन्वयक अजीत कुमार लोहिया, माधुरी कुमारी, रामकृष्ण दिग्विजय, तरन्नुम हाफिज एवं संघ के वरिष्ठ नेता ने भाग लिया।

