शरीर ही भगवान का स्वरूप है : अमरानन्द दास

पालीगंज। “शरीर ही भगवान का वास्तविक स्वरूप है, स्वस्थ्य शरीर की प्राप्ति ही भगवान की प्राप्ति के समान है। स्वस्थ्य शरीर होगी, तभी सुख की अनुभव होगी, इसलिए शरीर की उचित देखभाल करना भगवान की प्राप्ति के लिए किए गए तपस्या के समान है।” उक्त बातें खिरीमोड़ थाना के निरखपुर गांव में गुरुवार की रात अयोध्या से पधारे संत महामंडलेश्वर अमरानन्द दासजी महाराज ने प्रवचन के दौरान कही। मौके पर निरखपुर, सिद्धिपुर, मेरा व महेशपुर के हजारों ग्रामीण स्रोताओं मौजूद थे। जैसे ही प्रवचन की शुरूआत हुई सभी लोगों ने अपनी कौतूहल समाप्त कर शांत चित्त से प्रवचन सुनने में लीन हो गए। वहीं संत अमरानंद दासजी ने अपनी मृदु व ज्ञान भरी बातो से स्रोताओं को भाव विभोर कर दिया.मौके पर उन्होंने बहुत सी ज्ञान की बाते बताई। इस दौरान ग्रामीण वेद प्रकाश ने बताया कि निरखपुर गांव में मां देवी की मन्दिर निर्माण कराई गई है। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा बैशाख महीने में कराई जाएगी। जिसकी तैयारी व स्थान की निरीक्षण को लेकर ग्रामीणों के आग्रह पर अयोध्या से आये सन्त अमरानंद दासजी महाराज ने तीन दिवसीय प्रवचन का अनुष्ठान किया है। यह प्रवचन का आरम्भ हो चुका है जो शनिवार तक चलेगी।
यज्ञ में मुख्य रूप से स्थानीय मुखिया पति विजय यादव, अश्विनी कुमार, राजेश्वर प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद, नित्यानन्द प्रसाद, शम्भू सिंह व आखिलानन्द प्रसाद सक्रिय भूमिका निभा रहे हंै। साथ ही ग्रामीणों का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रही है।

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