राजद का बड़ा आरोप : बिहार सरकार ने वृक्षारोपण के नाम पर किया भारी घोटाला, एनडीए शासन का खेल है पुराना

पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। श्री गगन ने नीतीश सरकार पर वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाले और फर्जीवाडे करने का आरोप लगाया है। राजद नेता ने कहा कि पिछले कई वर्षों से राज्य की एनडीए सरकार वृक्षारोपण के नाम पर भारी घोटाला और फर्जीवाड़ा करती रही है। एनडीए द्वारा सरकारी खजाने की राशि को हजम करने का यह काफी पुराना नुस्खा है। उसी नुस्खे के तहत कल भी बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर साढ़े तीन करोड़ पौधा लगाने का दावा किया गया है, जिस पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किये गये। इसमें कुछ पौधे तो कागज के पन्नों पर हीं लगा दिये जाते हैं और फोटो खिंचवाने के लिए जो पौधे लगाये भी जाते हैं कुछ दिनों के बाद उसे सूखा हुआ बता दिया जाता है। एनडीए शासन में यह खेल काफी पुराना है।


राजद नेता ने आगे कहा कि वित्तीय वर्ष 2009-10 और वित्तीय वर्ष 2010-11 में मनरेगा योजना की राशि से राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में वृक्षारोपण का सघन कार्यक्रम चलाया गया। प्रचार प्रसार के लिए मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के फोटो के साथ बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगाये गये। एक-एक पंचायत में पांच सौ से लेकर पांच हजार पेड़ लगवाने का दावा किया गया और उसके देखभाल और सुरक्षा के नाम पर हजारों हजार करोड़ रुपए खर्च दिखाये गये, पर आज कहीं एक भी पेड़ का दर्शन दुर्लभ है। कई बार जांच की मांग हुई और सरकार द्वारा जांच की घोषणा भी की गई। पर सब कागज के पन्नों में दब कर रह गया।
राजद नेता ने जारे देकर कहा कि राज्य के इस बड़े घोटाले में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका वन एवं पर्यावरण विभाग की है जो उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के जिम्मे है। उन्हें बताना चाहिए कि एनडीए शासनकाल के 15 वर्षों में राज्य में कुल कितने पेड़ और पौधे सरकार के स्तर पर लगाया गया। उसमें कितने पेड़ और पौधे का अस्तित्व बरकरार है और अब तक कितनी राशि वृक्षारोपण और उसके रखरखाव पर खर्च किए गए हैं।

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