बिहार विधानसभा चुनाव पर चुनाव आयोग को राय देने का मंगलवार को आखिरी मौका
पटना। कोरोना काल के बीच बिहार विधानसभा चुनाव और लोकसभा का उप चुनाव कैसे संपन्न कराया जाए, इस पर निर्वाचन आयोग को राय देने का आखिरी दिन मंगलवार है। आयोग ने पांच अगस्त को पत्र लिखकर सभी दलों को सुझाव देने का एक और मौका दिया था। इससे पहले पहली बार 17 जुलाई को आयोग ने पत्र लिखकर सभी दलों को सुझाव देने को कहा था। सुझाव देने की आखिरी तारीख 31 जुलाई थी, लेकिन कई दलों के सुझाव नहीं मिले। इस कारण आयोग द्वारा तारीख को 11 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया।
राज्य में कोरोना के रोज करीब चार हजार नए मरीज मिल रहे हैं। दूसरी ओर विधानसभा का चुनाव भी नजदीक आता जा रहा है। आयोग को तय करना है कि चुनावी रैली कैसे हो और नेता किस तरह जनता से संवाद करें। ऐसे में आयोग ने बिहार में सक्रिय सभी राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे हैं। दलों से कहा गया है कि वे बताएं कि कोरोना को देखते हुए किस तरह चुनाव अभियान और सभा-संगोष्ठी का संचालन हो सकता है। इधर, कोरोना काल में विधानसभा का चुनाव हो या नहीं, इस पर राजनीतिक दलों के विचार अलग-अलग हैं। जदयू और भाजपा की राय है कि चुनाव कब होंगे, यह तय करना आयोग का अधिकार है। दोनों पार्टियां चुनाव के लिए तैयार हैं। वहीं राजग में शामिल लोजपा कोरोना काल में चुनाव नहीं चाहती। राजद और कांग्रेस की मांग है कि चुनाव टाला जाए।