बिहार विधानसभा सत्र : खेलकूद के मोर्चे पर तेजस्वी ने सरकार को घेरा तो श्रेयसी ने किया बचाव, आई स्कूल के दिनों की याद

पटना। बिहार विधानमंडल में बजट सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष हमलावर रहा। मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने खेलकूद के मोर्चे पर सरकार को घेरने की कोशिश तो भाजपा के टिकट पर पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंची अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज रह चुकीं श्रेयसी सिंह ने बचाव किया। इस दौरान तेजस्वी के चेहरे पर कोई तल्खी नजर नहीं आई। तेजस्वी ने विधानसभा में सार्थक बहस की वकालत की। यह भी कहा कि राजनीति में व्यक्तिगत कुछ नहीं होता।
श्रेयसी सिंह यहां बैठी हैं, इनसे पूछिए
तेजस्वी नीतीश सरकार को रोजगार, भ्रष्टाचार, अपराध सहित विभिन्न मुद्दों पर नाकाम बता रहे थे। इसी क्रम में खेलकूद की सुविधाओं की बदहाली का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ‘श्रेयसी यहां बैठी हैं। इनसे पूछिए कि क्या बिहार में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के निशानेबाजों के लिए कोई शूटिंग रेंज है?’ उन्होंने कहा कि क्या बिहार के बच्चों का मन नहीं होता कि वे देश के लिए ओलंपिक से गोल्ड जीतकर लाएं।
श्रेयसी ने तेजस्वी को टोका
इस पर श्रेयसी सिंह ने तुरंत उन्हें टोका। सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने बैठे-बैठे ही अपनी बात कहनी शुरू कर दी लेकिन बीच में स्पीकर ने उन्हें टोक दिया। स्पीकर ने कहा, ‘माननीय सदस्या, यदि आपको कुछ कहना है तो अपनी जगह पर खड़े होकर कहें, बैठे-बैठे नहीं।’ तब श्रेयसी सिंह अपनी जगह पर खड़ी हुईं और उन्होंने कहा कि कल ही बजट में राजगीर में स्पोर्टस यूनिवर्सिटी की घोषणा की गई है। जहां तक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटिंग रेंज की बात है तो इस पर भी मंत्री आलोक रंजन से मेरी बात हो चुकी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार बिहार की खेल प्रतिभाओं के लिए सारी सुविधाएं देगी।
तेजस्वी बोले, आप हमारी बैच मेट रही हैं
इस पर तेजस्वी ने कहा, बात हमारी या आपकी नहीं है। मैं उनकी बात कर रहा हूं जिन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती। आप तो हमारे स्कूल में पढ़ी हैं। हमारी बैच मेट रही हैं। आपके यहां चुनकर आने की हमें खुशी है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पिछले 15 साल से बिहार में खेल प्रतिभाओं के लिए कुछ नहीं किया गया। तेजस्वी ने कहा कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, असल में राजद सरकार के समय की योजना थी। बस उसका नाम बदलकर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी कर दिया गया है।
