बिहार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के नेताओं ने जमकर की जुमलेबाजी, जलील मस्तान पर कार्रवाई करे आयोग
पटना। रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने तीसरे चरण के प्रचार के अंतिम दिन प्रेस कांफ्रेंस में एनडीए और महागठबंधन पर एक साथ हमला बोला। कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार एनडीए और महागठबंधन के नेताओं ने जमकर जुमलेबाजी की है। जिस तरह से एनडीए के नेता जुमलेबाजी करने में माहिर हैं, उसी तरह तेजस्वी यादव 10 लाख नौकरी देने की बात कह रहे हैं। इस दौरान उन्होंने तल्ख अंदाज में कांग्रेस नेता जलील मस्तान की ओवैसी पर गलत टिप्पणी को शर्मनाक बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग अमौर में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के सामने जलील मस्तान के ओवैसी पर दिए गए गलत बयान पर संज्ञान ले और अविलंब कार्रवाई करे।
एक समय महागठबंधन के सहयोगी रहे उपेन्द्र कुशवाहा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि 10 लाख नौकरी देने का वादा भी एक चुनावी जुमला है। बिहार में 6 करोड़ लोग बेरोजगार हैं, ऐसे में राजद युवाओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। कुशवाहा का दावा है कि बिहार में 42 प्रतिशत बेरोजगारी है। राज्य में 5 से 6 करोड़ लोग बेरोजगार हैं। इसमें 10 लाख नौकरी की बात करना बेइमानी है। इनमें बेरोजगार युवाओं की संख्या 2 से ढाई करोड़ है। सरकारी आंकड़ा है कि 18 से 20 लाख लोग पलायन कर चुके हैं। बिहार चुनाव में लोगों को लुभाने के लिए इस बार बेरोजगारी, शिक्षा और रोजगार की चर्चा हुई।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार बनी तो बेरोजगारी दूर करने के कदम उठाएंगे। मजदूरों के लिए हम मनरेगा के तर्ज पर स्वामी सहजानंद रोजगार योजना लाएंगे। इससे दूसरे प्रदेश में काम करने वाले बिहार में ही रहेंगे।