बिहार चुनाव : तीसरे चरण में कांग्रेस की साख दांव पर, 11 सिटिंग समेत 25 उम्मीवारों की किस्मत का होगा फैसला

पटना। बिहार चुनाव के तीसरे चरण के लिए शनिवार को मतदान होना है। दो चरणों के चुनाव के दौरान 165 सीटों का फैसला जनता ने दे दिया है। इस सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। शनिवार को और 78 सीटों का फैसला जनता सुनाने वाली है। देखा जाए तो इस चरण में कांग्रेस की साख दांव पर लगी है। क्योंकि इस चरण में कांग्रेस की 11 सिटिंग सीटों पर फैसला होना है। जिसके कारण महागठबंधन की नजरें लगातार इन सीटों पर बनी हुई है। बता दें कांग्रेस बिहार चुनाव में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि इस चरण में कांग्रेस 25 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही है। इन 25 सीटों में 11 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने 2015 के चुनाव में जीत दर्ज कर विधानसभा तक पहुंचने में सफलता हासिल की थी। इन 11 सीटों में रीगा, बेनीपट्टी, अररिया, किशनगंज, बहादुरगंज, अमौर, कदवा, कस्बा, मनिहारी कोढ़ा और बेतिया हैं। इन 11 सीटों के अलावा 14 अन्य विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस के उम्मीदवार सदन तक पहुंचने की जोर आजमाइश में लगे हैं। जिन 14 नए विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी किस्मत आजमा रही है। इनमें सुपौल, फारबिसगंज, प्राणपुर, बिहारीगंज, वाल्मीकि नगर, बगहा, रक्सौल, सोनबरसा, जाले, मुजफ्फरपुर, सकरा, बथनाहा, रामनगर और पूर्णिया शामिल हैं। इन 14 विधानसभा में पांच ऐसे हैं जहां से 2015 में भी पार्टी ने जोर तो लगाया था, लेकिन चुनाव जीतने में सफल नहीं हुई थी। ये क्षेत्र बथनाहा, पूर्णिया, रामनगर, वाल्मीकि नगर और प्राणपुर हैं। तीसरे दौर के चुनाव में कोसी-सीमांचल के क्षेत्र भी आते हैं। कांग्रेस ने 2015 में कोसी-सीमांचल से कांग्रेस ने छह सीटों पर जीत दर्ज कराई थी। इस चुनाव कांग्रेस ने कोसी-सीमांचल में नौ उम्मीदवारों पर दांव लगाया है।

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