बिहार : कोरोना के 401 संदिग्ध सैंपल की जांच में 395 निगेटिव, बिहार सरकार ने खोला खजाना

पटना। कोरोना के खिलाफ छिड़ जंग के बीच बिहार के मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 100 करोड़ रुपये कोरोना फंड के लिए जारी किए हैं। इस राशि का उपयोग लॉकडाउन के कारण बिहार के भीतर जो मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला वेंडर एवं अन्य गरीब जो लोग भी फंसे हुए हैं, उनके लिए आपदा राहत केंद्र बनाने, उनके भोजन और आवासन की व्यवस्था करने में किया जाएगा। वहीं मुंगेर जिला के दो मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद बिहार में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर अब 6 हो गयी है। जबकि इससे मुंगेर निवासी एक मरीज की शनिवार को मौत हो गयी थी।
बता दें पूरे देश में लॉकडाउन के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, प. बंगाल समेत कई राज्यों में प्रवासी लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। सभी लोग किसी तरह अपने घर पहुंचने की कोशिश में लगे हैं। इसे लेकर अब कई राज्य अपने यहां के लोगों को जहां पर हैं वहीं पर ठहरने की सलाह दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा है कि जो जहां है वहीं रहे, उन्हें बिहार आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार उनके खाने-पीने की व्यवस्था करेगा।
पटना स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट (आरएमआरआई) के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने गुरुवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण वाले दो नये मामले मुंगेर के हैं। डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि अब तक कोरोना वायरस के 401 संदिग्ध सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिसमें से 6 पाजिटिव तथा 395 निगेटिव पाये गये हैं। मुंगेर निवासी जिनकी गत शनिवार को मौत हो गयी थी, के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आये थे। जिनमें से 55 के सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई में भेजा गया है और कोरोना संक्रमण के ये दोनों मामले उन्हें में से हैं जिनमें एक महिला (40) और एक बच्चा (12) शामिल हैं। मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि इन दोनों मरीजों को इलाज के लिए भागलपुर भेजा जा रहा है, जबकि बाकी अन्य को होम क्वॉरन्टीन में रखा गया है।

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