December 7, 2025

‘बिहार के क्रमागत उन्नति:कोविड-19 के दौर में चुनौतियां एवं रणनीति’ विषय पर जूम मीटिंग आयोजित

पटना। बिहार एवं बिहार से जुड़े हुये लगभग 40 नागर समाज संस्थाओं के साथ मिलकर रिसर्च विभाग, बिहार कांग्रेस कमिटी ने गुरूवार को ‘बिहार के क्रमागत उन्नति:कोविड-19 के दौर में चुनौतियां एवं रणनीति’ विषय पर एक जूम मीटिंग का आयोजन किया। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि नागर समाज जनतंत्र का एक मजबूत स्तंभ है, जो नीति निर्माण को बहुत दूर तक प्रभावित करता है। वर्तमान समय एक संकट की घड़ी है और इस संकट की घड़ी में सिविल सोसाइटी ने जो आम जनों के प्रति सेवा भाव दिखाया है, वह सराहनीय है। जब-जब विपदा आई है राहत कार्य में नागर समाज सबसे आगे रहे। उन्होंने कहा कि इस कोरोना संकट में हमारा बिहार और पीछे चला गया है। पुन: इसे पटरी पर लाने के लिये हमें बहुत कुछ करना पड़ेगा। दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक दोनों तरह की रणनीति बनानी होगी, जिससे प्रगति पथ पर बिहार आगे बढ़ता चले। आज के इस चर्चा में हमने आपको आमंत्रित किया है जिससे कि हमें आपके विचारों के माध्यम से एक ठोस सुझाव मिले और हम आनें वाले समय में उसपर बिहार के क्रमागत उन्नति की एक नई गाथा साथ साथ लिखें। आपके सुझाव को हम अपने कार्य नीति या इसे आप घोषणा पत्र भी कह सकते हैं, में शामिल करेंगे और मिलकर एक नया तथा विकसित बिहार रचेंगें।
रिसर्च विभाग एआईसीसी के सचिव राणाजीत मुखर्जी ने कहा कि कांग्रेस मंच से प्रचार नहीं करती है, कांग्रेस सबसे पहले लोगों की बात सुनती है। आज हम इसी कार्य के लिये इकट्ठा हुये हैं। बिहार के नागर समाज कार्यकर्ताओं जुड़कर राज्य के लिए उनकी दृष्टि पर चर्चा करना अपने आप में उन्नति की ओर एक कदम बढ़ाना है। बिहार में इस तरह जनता ही कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र बनाएगी, जो जनता की आवश्यकताओं का प्रतिबिंब होगा।
रिसर्च विभाग एवं मैनिफेस्टो कमिटी, बिहार कांग्रेस के चेयरमैन आनन्द माधव ने कहा कि हम बहुत कठिन दौर से गुजर रहे हैं, बदलते परिवेश में हमारी चुनौतियां बहुत बड़ी हैं। नागर समाज एक दबाव समूह के रूप में ही काम नहीं करता, वरण नीति निर्माण में भी उसकी भूमिका अहम है। उनके विचारों से ना सिर्फ हमारी रणनीति मजबूत होगी वरण यह जनोन्मुख भी होगा। नागर समाज और राजनीतिक दल मिलकर हर चुनौती का सामना कर सकते हैं। बिहार के नवनिर्माण में यह आवश्यक है कि प्रारंभ से ही नागर समाज को नीति निर्माण प्रक्रिया में साथ लेकर चला जाय।
इस बहस में भाग लेनें वालों में प्रमुख थे सचिन राव, प्रभारी, कांग्रेस संदेश एवं प्रशिक्षण, एआईसीसी, आनन्द शेखर, टीम लीडर, स्वच्छ भारत मिशन, पंकज आनन्द, निदेशक, आॅक्सफेम इंडिया, पद्मश्री सुधा वर्गीज, राफे इजाज हुसैन, महाप्रबंधक, सेव द चिल्ड्रन, नीरज कुमार, वित्तीय सलाहकार, फूड एंड एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन, यूएन, रंजना दास, क्षेत्रीय प्रबंधक, आॅक्सफेम, मधुबाला, आपदा विशषज्ञ, प्रकाश कुमार, डेवलपमेंट कन्सल्टेंट, रूपेश कुमार, समन्वयक, भोजन का अधिकार, दीपक मिश्र, कार्यकारी निदेशक, सीडस, जैनेंदर कुमार एवं भास्कर ओझा, प्रोजेक्ट मैनेजर, केयर, समिता परमार, निदेशक, स्वाभिमान, स्वप्न मुखर्जी, कार्यपालक निदेशक, बिहार भोलंटरी हेल्थ एसोसिएशन, मुखतारुल हक, निदेशक, बचपन बचाओ आंदोलन, रजनी जी, निदेशक, सहयोगी आदि।

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