बाढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में उड़ रही लॉक डाउन की धज्जियां, प्रशासन है सोयी

बाढ। पटना के ग्रामीण इलाकों में लॉक डाउन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां ना ही पीएम मोदी का अपील काम कर रहा है और ना ही सरकारी आदेश का डर इनमें दिख रहा है। वहीं प्रशासन मुख्य सड़कों तक ही सिमट कर रह गई है। यह जो तस्वीर आप देख रहे हैं, यह पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल के सकसोहरा थाना अंतर्गत दल्लो चक गांव का है। भले प्रशासन मुख्य सड़कों पर लोगों से लॉक डाउन का पालन करवाने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है। यहां तक की बेमतलब सड़कों पर निकलने वाले लोगों पर लाठियां बरसा रही है लेकिन यहां का नजारा कुछ और ही कहता है। इस गांव में ग्रामीण एक घर के बाहर आप पास बैठ कर बातें करते दिख रहे हैं, जो लॉक डाउन के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का खुल्लम खुला उल्लंघन है। जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार ने पुलिस को हर हाल में लॉक डाउन को सख्ती से पालन करवाने का आदेश जारी किया है।

बता दें बुधवार को उक्त गांव में ही दुबई से आए दो व्यक्तियों में कोरोना वायरस के लक्षण को देखकर पूरे गांव में हड़कंप मच गया था, हालांकि बाद में चिकित्सकों के दल ने पहुंचकर जब उक्त दोनों युवकों की जांच की तो कोरोना जैसे लक्षण नहीं पाया गया। तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। दरवेशपुरा पंचायत के स्थानीय मुखिया अभिमन्यु सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने बताया कि उनके पंचायत में तकरीबन 15 से 20 लोग बाहर से आए हैं। जिनकी सूची तैयार कर ली गई है और उनकी जांच की जरूरत है।
बहरहाल, जिस तरह से बिहार में सोशल डिस्टेंसिंग का माखौल उड़ाया जा रहा है, उससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में प्रशासन को सचेत होने की जरूरत है और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के साथ ही लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
बता दें कोरोना को लेकर बिहार में स्थिति गंभीर होती जा रही है। अब तक 6 कोरोना संक्रमित व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं।