बच्चों की सफलता से मां-बाप तर जाते हैं : राधा शैलेन्द्र

भागलपुर। मां-बाप व घर से मिला संस्कार और बच्चों की मेहनत और लगन कभी व्यर्थ नहीं जाती और वह हमेशा रंग लाती है। ऐसा कुछ साबित कर दिखाया है, तिलकामांझी भागलपुर के विक्रमशीला क्लोनी स्थित अंग महाजनपद की चर्चित साहित्य सेवी राधा शैलेन्द्र के होनहार पुत्र आदित्य हर्षित ने। पिता शैलेंद्र को बिजनेस के प्रति सच्ची निष्ठा के साथ समर्पित और मां राधा शैलेंद्र को साहित्य के प्रति लगनशीलता देखकर आदित्य हर्षित ने भी पठन-पाठन को एक तपस्या मानकर इसे अपने जीवन का हिस्सा मान लिया और केवल पठन-पाठन पर ध्यान देकर जीवन में कुछ बनने और मां-बाप के साथ-साथ अंग महाजनपद के हृदय स्थल भागलपुर को राष्ट्रीय क्षितिज पर लाने की संकल्प शक्ति के साथ देखा जाता रहा।
अंततः माउंट असीसी के इस छात्र आदित्य हर्षित ने आईसीएससी के 10 वीं बोर्ड की परीक्षा में 95.2 % परिणाम लाकर अपनी प्रतिभा व योग्यता का परिचय देते हुए संकल्पशक्ति के मार्ग को प्रशस्त कर दिखाया। इस होनहार छात्र आदित्य ने सभी विषयों में 90%से ऊपर नम्बर लाते हुए सोशल स्टडी में 99,कंप्यूटर में 98,हिंदी में 97 और बाकी विषयों में भी काफी अच्छे अंक प्राप्त किये है।
गौरतलब हो कि आदित्य ने इससे पहले भी N.T.A. की परीक्षा में टॉप कर पूरे भागलपुर जिले का मान-सम्मान कायम रखा था, उसने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए उनको नमन किया और कहा कि जीवन में वह वैसा कुछ करना चाहता है, जिससे उनके परिवार के साथ-साथ उनके जिले व राज्य को उनपर गर्व हो। वहीं छात्र आदित्य की मां राधा शैलेंद्र ने कहा कि बच्चे कभी-कभी ऐसा कुछ कर जाते हैं, जिससे मां-बाप का जीवन तर जाता है और उनका मस्तक हिमालय सा ऊंचा हो जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसा पुत्र भगवान हर मां-बाप को दे।

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