फर्जीवाड़ा: बिहार विधानसभा में ग्रुप डी की बहाली का फर्जी रिजल्ट निकाल गेट पर चिपकाया, मचा हड़कंप

पटना। बिहार से फर्जीवाड़ा की बड़ी खबर सामने आ रही है। इस खबर के सामने आने के बाद बिहार विधानसभा में हडकंप मच गया है। विधानसभा में ग्रुप डी में बहाली के नाम पर धंधेबाजों ने फर्जी रिजल्ट निकाल सचिव के हस्ताक्षर के साथ विधानसभा के गेट पर चिपका दिया। मंगलवार की सुबह फर्जी रिजल्ट की जानकारी मिलते ही विधानसभा में हड़कंप मच गया। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। उनके निर्देश पर ही फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ सचिवालय थाने में मामला दर्ज कराया गया है। वहीं विधानसभा ने उम्मीदवारों को सतर्क करते हुए ऐसे ठगों से सावधान रहने को कहा है। कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति विधानसभा में नौकरी दिलाने का झांसा दे रहा हो तो इसकी जानकारी तत्काल विधानसभा सचिवालय को दें। विधानसभा ने इसके लिए एक नंबर 0612-2215709 जारी भी किया है। विधानसभा ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी अभ्यर्थी का कोई संबंध ऐसे गिरोह से होने की जानकारी मिली तो उनकी दावेदारी रद्द कर दी जाएगी।
बताते चलें विधानसभा में इस वक्त ग्रुप डी की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। इसकी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। दो साल पहले ही विधानसभा में 166 पदों पर नियुक्ति होनी थी। इसके तहत आॅफिस अटेन्डेंट के 90 पद, आॅफिस अटेन्डेंट वॉचमैन के लिए 9 पद, आॅफिस अटेन्डेंट स्वीपर के लिए 10 पद, आॅफिस अटेन्डेंट गार्डनर के लिए 20 पद, आॅफिस अटेन्डेंट फराश के लिए 6, लाइब्रेरी अटेन्डेंट के लिए 7, सीक्वेंस डिस्ट्रीब्यूटर के लिए 10 और ड्राइवर के लिए 14 पदों पर बहाली होनी थी। हालांकि बाद में 152 पदों का विज्ञापन निकाला गया। इसके लिए 56 हजार लोगों ने इंटरव्यू दिए। गत वर्ष नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हुई। कई दिनों से विधानसभा में रिजल्ट प्रकाशित होने की चर्चाएं चल रही थी। इसी बीच आज सुबह विधानसभा के गेट नंबर 6 पर किसी ने फर्जी रिजल्ट चिपका कर हड़कंप मचा दिया। यही नहीं इस फर्जी रिजल्ट पर सचिव का हस्ताक्षर भी था। जब उम्मीदवारों को धीरे-धीरे रिजल्ट प्रकाशित होने की खबर मिली तो बड़ी संख्या में लोग विधानसभा के गेट-6 पर पहुंच गए।। इसके बाद विधानसभा सचिवालय को इसकी खबर हुई।
विधानसभा के उपनिदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि इसके पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ है, जिसने सुनियोजित तरीके से फर्जी रिजल्ट प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा कि रिजल्ट पर सचिव के नाम से किया गया दस्तखत भी जाली है। उन्होंने इसमें किसी अभ्यर्थी के शामिल होने की भी आशंका व्यक्त की है। उपनिदेशक ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के निर्देश पर सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

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