फतुहा : पटना-वैशाली सीमा सील, प्रशासन ने नाव परिचालन पर लगाया प्रतिबंध, राघोपुर से लोग करते थे आवाजाही

फतुहा। राघोपुर में कोरोना पोजिटिव मरीज मिलने के बाद बीते गुरुवार को पुलिस प्रशासन ने कच्ची दरगाह स्थित पीपा पुल पर पटना-वैशाली जिले की सीमा को सील कर दिया था। लेकिन उसके समक्ष गंगा में चोरी छिपे चल रहे नावों के परिचालन होने की चुनौती बनी हुई थी। हालांकि लॉक डाउन के कारण गंगा में नावों के परिचालन पर रोक तो लगी हुई थी लेकिन कई नाव सुबह-शाम गंगा में परिचालित हो रहे थे तथा दियारा क्षेत्र के लोग बाजार के लिए कच्ची दरगाह तथा फतुहा पहुंच रहे थे। जैसे ही राघोपुर में कोरोना पोजिटिव मरीज मिलने की खबर गंगा के इस पार रहने वालों को लगी तो लोगो में हड़कंप मच गया। गंगा किनारे के लोग जहां अपनी गलियों व सड़कों को सील कर दिया, वहीं गंगा में चलने वाले नावों का विरोध करना भी शुरू कर दिए। शुक्रवार को स्थानीय केवला घाट पर जैसे ही ग्रामीणों ने एक दो नाव को गंगा में परिचालित होते देखा तो तत्काल पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस भी घाट पर पहुंची। पुलिस को देख नाविक बिना सवारी लिए ही बैरंग वापस लौट गयी। उधर नदी थाना क्षेत्र में भी कच्ची दरगाह व जेठुली घाट पर पुलिस गश्ती बढा दी गई है। नतीजा यह रहा कि गंगा में आज दिनों भर नाव का परिचालन नहीं हो सका। हालांकि कच्ची दरगाह से मकसुदपुर तक गंगा की लंबी पाट है और नाव के परिचालन की चुनौती प्रशासन को बनी रहेगी। एएसपी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि दियारा क्षेत्र व गंगा इस पार के लोगों में बने चेन को तोड़ने के लिए नाव परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहेगा। यदि एक भी नाव परिचालित होते देखी गई तो नाव को जब्त कर लिया जाएगा तथा उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें राघोपुर के कोरोना पॉजिटिव की शुक्रवार को पटना एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद वैशाली, खुशरूपुर, फतुहा से लेकर पटना तक हड़कंप मचा हुआ है। उक्त मृतक व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया गया है और उक्त व्यक्ति जहां-जहां गया है, उन जगहों को प्रशासन ने सील कर दिया है।

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