फतुहा नगर परिषद ने मना ली तीसरी वर्षगांठ, लेकिन मूलभूत सुविधाओं पर नहीं है ध्यान

फतुहा नगर परिषद क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित


फतुहा (भूषण प्रसाद)। अभी हाल ही में फतुहा के नगर निकाय संस्थान नगर परिषद अपनी तीसरी वर्षगांठ पूरी कर ली है। लेकिन तीन साल की अवधि बीत जाने के बाद भी नगर परिषद क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। न तो नगर परिषद क्षेत्र में निकाय के द्वारा एक भी सुलभ शौचालय है और न ही राहगीरों के लिए सुसज्जित पेयजल की व्यवस्था। मांग तो डीलक्स शौचालय बनाने की हुई थी, लेकिन अभी तक शहर के अंदर एक भी सुलभ शौचालय व स्नानागार नहीं बन पाई है। हजारों-हजार की संख्या गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी गंगा किनारे सुलभ शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया। जहां तक गंगा के सौन्दर्यीकरण की बात है तो सबसे ज्यादा भीड़ जुटने वाली मस्ताना घाट आज भी इस मामले में उपेक्षा का शिकार है। शिक्षा की बात करें तो अन्य राज्यों की अपेक्षा निकाय संस्थान इस तरह की गुणवत्तापूर्ण विद्यालय भी नहीं दे पाई है। नगर परिषद क्षेत्र के अंदर कई तालाब हैं लेकिन नगर परिषद के द्वारा इन तालाबों की ना ही उड़ाही करायी गई और न ही तालाबों का सौन्दर्यीकरण का काम किया गया। नतीजा यह है कि नगर परिषद क्षेत्र के अंदर आने वाले तालाब आज अतिक्रमण का शिकार हैं।
अहम बात यह है कि इन तीन सालों में शहर के अंदर निकाय ने वाहनों के ठहराव के लिए न तो कोई पड़ाव बनाया और न ही आॅटो स्टैंड बन पाया। नतीजा यह है कि शहर के अंदर बेतरतीब वाहनों के परिचालन से आज भी शहर को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। देखा जाए तो शहरी विकास प्राधिकरण के तहत बनने वाले पार्क व इंडोर स्टेडियम का भी अभाव है। सुबह-सुबह सैकड़ों लोग सड़क पर ही मार्निंग वाक करते हैं जो कभी-कभी दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। लेकिन निकाय ने इस पर भी कभी ध्यान नहीं दिया। नगर निकाय के अंदर समसपुर स्थित श्मशान घाट भी उपेक्षा का शिकार है। इस घाट पर भी नगर निकाय के द्वारा यात्रियों के लिए कोई भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है। कहा जाता है कि यहां मुक्तिधाम भी बनना था। इसके लिए फंड भी स्वीकृत थी लेकिन कुछ कारणों से यह भी वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। कुछ वार्ड पार्षदों ने बताया कि निकाय के पास शहर के विकास के लिए योजनाओं का कोई प्रारुप ही नहीं है, जिसके कारण निकाय नियोजित तरीके से काम नहीं कर पाती है। कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि निकाय जल्द ही इन समस्याओं के निदान के लिए एक प्रारुप बनायेगा तथा नियोजित तरीके से एक-एक कर शहर के अंदर मूलभूत सुविधाओं को विस्तार किया जाएगा।

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