प्रवासियों को ट्रेन में हो रही परेशानी तो अपनाएं कानूनी प्रक्रिया, जाएं उपभोक्ता फोरम
file photo
भागलपुर। प्रवासियों को ट्रेनों में यदि किसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो वे कानूनी प्रक्रिया अपनाकर उपभोक्ता फोरम का दरवाजा खटखटा सकते हैं। गौरतलब हो कि वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर ट्रेनों से आ-जा रहे प्रवासियों को इन दिनों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, यह सचमुच विचलित कर देने वाली खबर है। कोरोना संकट के इस घड़ी में मासूम बच्चों को लेकर यात्रा कर रहे लोगों को पेयजल से लेकर शौचालय तक की परेशानी हो रही है। ऐसे प्रवासी आए दिन अपना दर्द बयां कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई सुनने वाला नहीं है।
इन ट्रेनों में घंटों विलंब तो आम बात हो गई है? लेकिन रूट कुछ और है, ट्रेन आती है कोई और रूट से, यह चौंकाने और चिंतन का विषय है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर प्रवासी अपने जिले के उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यह उनका कानूनी अधिकार है। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला उपभोक्ता फोरम के चेयरमैन अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यदि रेलवे अपने यात्रियों को सुविधाएं देने की बात कहता है और उस अनुरूप नहीं मिल पाती है तो यात्री साक्ष्य के साथ फोरम में अपना दावा रख सकते हैं। बतौर रेल यात्री कोई भी अपने नजदीकी फोरम में शिकायत दर्ज कराते हुए अपने दावे के समर्थन में पक्ष रख सकता है। फोरम दावे को परख कर दोनों पक्षों की दलीलें सुनता है। उपभोक्ताओं को अपना दावा करते समय यह साक्ष्य समर्पित करना होगा कि ऐसी सुविधा रेलवे देता है। इस समय भागलपुर, बांका, मुंगेर, नवगछिया, कटिहार, खगड़िया, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज समेत पूर्वी बिहार-सीमांचल के हजारों प्रवासी ट्रेनों से लौट रहे हैं। इन प्रवासियों को पेयजल, भोजन, विलंब से परिचालन आदि की परेशानी उठानी पड़ रही है।


