पंचायत चुनाव : पहली बार बैलेट पेपर की जगह ईवीएम से होगा मतदान, राज्य सरकार को भेजा गया प्रस्ताव

पटना। अब बिहार में गांवों की सरकार के चुनाव के लिए कवायद तेज हो गई है। अभी तक पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से होते रहे हैं मगर इस बार संभावना है कि मतदान में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का प्रयोग हो। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बाबत राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव में तर्क दिया गया है कि ईवीएम से चुनाव में अधिक पारदर्शिता लाने में मदद मिलेगी। अगर ईवीएम से चुनाव की हरी झंडी मिल जाती है तो ईवीएम से चुनाव का यह पहला मौका होगा। बता दें हरियाणा, राजस्थान, केरल और मध्य प्रदेश में ईवीएम से पंचायत चुनाव कराए जा रहे हैं। बिहार में अगर इसकी अनुमति मिलती है तो यह पांचवां राज्य होगा। हालांकि पंचायत चुनाव की तारीख अभी तय नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि यह मार्च के अंत तक हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक, अधिकतम नौ चरणों में पंचायत चुनाव की तैयारी है। जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच के करीब 2 लाख 58 हजार पदों पर चुनाव होना है। पंचायत आम चुनाव को देखते हुए वार्ड के अनुसार नयी मतदाता सूची की तैयारी शुरू हो गयी है। राज्य में एक लाख 14 हजार 733 वार्डों के चुनाव क्षेत्र को मानते हुए अलग-अलग मतदाता सूची को तैयार की जा रही है। इसके साथ ही बिहार में पंचायत समिति का 11497 निर्वाचन क्षेत्र हैं। इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों की भी अलग सूची तैयार किया जा रहा है। इधर, मुखिया व सरपंच के निर्वाचन के लिए 8386 ग्राम पंचायतों को निर्वाचन क्षेत्रों की सूची तैयार हो रही है। राज्य में जिला परिषद सदस्यों के लिए 1161 निर्वाचन क्षेत्रों का गठन किया गया है। इस आधार पर भी अलग मतदाता सूची की तैयारी का काम शुरू हो गया है। इसके बाद मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन 19 जनवरी को किया जायेगा।

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