नल-जल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिय पंचायत का नहीं, बिहार के मुखिया दोषी : राजेश राठौड़
पटना। नीतीश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट नल-जल योजना में व्याप्त गड़बड़ियों के मामले में मुखिया तथा अन्य जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई को लेकर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि किसी भी योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी प्रदेश के सरकारी तंत्र पर होता है। मगर राज्य सरकार के नल-जल योजना में मिल रही गड़बड़ियों को लेकर सरकार के द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर तथा सरकारी तंत्र में व्याप्त लालफीताशाही को कायम रखने के लिए जान बूझकर सिर्फ मुखिया, सरपंच, वार्ड सदस्य जैसे जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सर्वविदित है कि नल-जल योजना का कार्य संबंधित विभाग के अधिकारियों तथा अभियंताओं के देखरेख में संपन्न होता है। ऐसे में जांच में मिल रही गड़बड़ियों के लिए विभागीय मंत्री, प्रधान सचिव, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता आदि को पहले से ही निर्दोष मानते हुए राज्य सरकार के द्वारा सिर्फ मुखिया पर कार्रवाई की जा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश की नीतीश सरकार करप्ट ब्यूरोक्रेसी पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं रखती है। इसलिए ऐसे मामलों में आरोपों से बचने के लिए सिर्फ पंचायत से जुड़े जनप्रतिनिधियों पर कानूनी कार्रवाई करती है, ताकि जनता को लगे की कार्रवाई हो रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं नल-जल योजना की समीक्षा करते रहते हैं। इसलिए उन्हें नल-जल योजना में व्याप्त अनियमितताओं तथा गड़बड़ियों की जिम्मेदारी स्वयं लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नल-जल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए पूरी सरकार दोषी है, मगर कार्रवाई सिर्फ पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों पर की जा रही है, जो सरासर गलत है।


