नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के लिए भारत की नीव रखेगी : कनक मिश्रा
भागलपुर/बांका। समय के बदलते परिवेश में सोच में परिवर्तन लाकर शिक्षा नीति में बदलाव लाना अति आवश्यक है, ताकि हमारे देश की युवा पीढ़ी आगे बढ़ सकें। इस महत्वपूर्ण विषय पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति को समय की सच्ची पुकार मानते हुए उनके कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर न केवल दृष्टि डाला बल्कि इस नई शिक्षा प्रणाली को उन्होंने सबके समक्ष पड़ोस दिया। उक्त बातें भागलपुर-बांका की भाजपा नेत्री व बांका भाजयुमो की जिला उपाध्यक्ष कनक मिश्रा ने भागलपुर में एक वार्ता के दौरान कही। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि बीते अनेक वर्षों से हमारी शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव नहीं हुए थे, परिणाम ये हुआ कि हमारे समाज में उत्सुकता और कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने की बजाए भेंड़ चाल को प्रोत्साहन मिलने लगा था।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीयं नई शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी क्षेत्र से, किसी भी वर्ग से ये बात नहीं उठ रही है कि इसमें किसी तरह का भेदभाव है या किसी एक ओर झुकी हुई है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए हम सभी को एकसाथ संकल्पबद्ध होकर काम करना है। हम उस युग की तरफ बढ़ रहे हैं, जहां कोई व्यक्ति जीवन भर किसी एक प्रोफेशन में ही नहीं टिका रहेगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के मन में ये सवाल आना स्वाभाविक है कि इतना बड़ा सुधार कागजों पर तो कर दिया गया, लेकिन इसे जमीन पर कैसे उतारा जाएगा। यानि अब सबकी निगाहें इसके क्रियान्वयन की तरफ ही है।