तेजस्वी के जन्मदिन पर तेजप्रताप ने कहा- हमने तेजस्वी को दिया बहुत बड़ा गिफ्ट, कार्यकर्ता हुए निराश

पटना। महागठबंधन से सीएम उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव को जन्मदिन के मौके पर तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई को शुभकामनाएं देने के बाद कहा कि इस साल तेजस्वी यादव को बहुत बड़ा गिफ्ट दिया है। वह गिफ्ट है ‘मुख्यमंत्री पद की कुर्सी’। उन्होंने कहा कि जनसैलाब उमड़ा हुआ है और नीतीश कुमार को जनता ने नकार दिया है। हम किसी एग्जिट पोल को नहीं मान रहे। हम तो जनता को देख रहे हैं। बेरोजगारी के सवाल पर लोगों में गुस्सा है। तेजप्रताप ने कहा, नीतीश कुमार ने कई घोटाले किए और किसानों को भी ठगा है। तेजस्वी 10 लाख युवाओं को नौकरी देंगे। वहीं तेजस्वी यादव को राहुल गांधी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और लोजपा प्रमुख चिराग पासवान समेत कई नेताओं ने जन्मदिन की बधाई दी।
फूल-माला लेकर कार्यकर्ता पहुंचे राबड़ी आवास, हुए मायूस
तेजस्वी को बधाई देने के लिए कार्यकर्ता फूल-माला के साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर सोमवार सुबह से ही पहुंचने लगे। एग्जिट पोट को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिखा। क्योंकि उनके युवराज का जन्मदिन था और वे एग्जिट पोल के अनुमान के अनुसार, कुछ दिनों में बिहार के संभावित मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। लेकिन कार्यकर्ताओं को निराशा उस वक्त हाथ लगी जब राबड़ी आवास पर बधाई देने पहुंचे कार्यकर्ताओं के लिए सुबह से ही गेट नहीं खोला गया। छपरा के गणेश साह अपने रिक्शे पर बैलून लगाकर तेजस्वी यादव के जन्मदिन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। गणेश हड़ताली मोड़ के पास रिक्शा चलाते हैं। एक दिन पहले ही राजद की ओर से पत्र जारी कर कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जा चुका है कि वे संयमित रहें।
वहीं राजद ने आज सुबह ट्वीट किया, तेजस्वी यादव के जन्मदिन को सादगी से मनाने के निजी निर्णय का सम्मान करते हुए आप घर पर ही रहें और आवास आकर व्यक्तिगत रूप से बधाई देने से बचें। पार्टी इस मौके पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करेगी।
बता दें राजद परिणाम आने के पूर्व फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वह नहीं चाहती है कि कार्यकर्ताओं की एक गलती महागठबंधन की सेहत पर भारी पड़ जाए। इसे लेकर रविवार को ट्विटर पर कार्यकर्ताओं के लिए संदेश जारी किया गया था, 10 नवम्बर को चुनाव परिणाम कुछ भी हो उसे पूरे संयम, सादगी और शिष्टाचार से स्वीकारना है। अनुचित आतिशबाजी, हर्ष फायरिंग, प्रतिद्वंद्वियों अथवा उनके समर्थकों के साथ अशिष्ट व्यवहार इत्यादि किसी कीमत पर स्वीकार्य नहीं होगा।

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