डॉग शो : पूरे विश्व में करीब 350 प्रजाति के कुत्तों का है रजिस्ट्रेशन

फुलवारी शरीफ। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंगीभूत बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में डॉग शो का आयोजन किया गया, जिसमें 70 डॉग का पंजीकरण हुआ। इस डॉग शो में पामेलियन, लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, सेंट-बर्नार्ड, बीगल, साइबेरियन हस्की, बुलडॉग जैसे कई ब्रीड्स के डॉग देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व निदेशक वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट आॅफ इंडिया के पीआर सिन्हा, बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के भूतपूर्व डीन डॉ. बीबी वर्मा, रेरा ट्रिब्यूनल पटना के सदस्य एसके सिंह, इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, इज्जतनगर, बरेली के प्रोफेसर डॉ. एएम पावड़े, डॉ. रेखा पाठक, कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह और डीन डॉ. जेके प्रसाद ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। डॉग शो में एनडीआरएफ के स्वान दस्ता के स्वानों के द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया, साथ ही स्वान दस्ता द्वारा आपदा के दौरान स्वान दस्तों के कार्य करने के तरीकों का प्रदर्शन किया गया।


इस अवसर पर बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. जेके प्रसाद ने स्वागत भाषण में कहा कि इस डॉग शो से हमारे विद्यार्थियों को डॉग्स के विभिन्न प्रजातियों के डॉग्स के बारे में जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में करीब 350 प्रजाति के कुत्तों का रजिस्ट्रेशन है, जो अलग-अलग देश में वहां के पर्यावरण के अनुरूप है। अब भारत में कई विदेशी नस्लों के डॉग्स को लोग पाल रहे हैं।
बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के भूतपूर्व डीन डॉ. बीबी वर्मा ने कहा कि अब लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रही है। लोग पालतू जानवरों को अब घरों में जगह दे रहे हैं। डॉग्स लगभग हर परिवार में एक सदस्य है। आप किसी भी घरों में जायेंगे तो दरवाजे पर दस्तक देते ही कोई आपका स्वागत करता है तो वो कुत्ता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी डॉग्स बहुत अहम भूमिका निभाते हंै।
इस अवसर पर इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट से आये डॉ. एएम पावड़े और डॉ. रेखा पाठक निर्णायक के तौर पर मौजूद रहे। डॉग शो के आयोजन में डॉ. रमेश तिवारी, डॉ. ज्ञानदेव सिंह, डॉ. पल्लव शेखर, डॉ. अलोक कुमार, डॉ. विवेक कुमार सिंह, डॉ. संजय भारती अदि ने अहम भूमिका निभाया।

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