जन गण मन यात्रा: कन्हैया कुमार ने कहा- जिन्हें जिम्मेदारी मिली, वे ही संविधान को खतरे में डाल रहे
मधुबनी। विरोधों के बीच भाकपा नेता व जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का ‘जन गण मन’ यात्रा लगातार जारी है। इस दौरान कन्हैया कुमार केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमला कर रहे हैं। बता दें पिछले दिनों सिवान में कन्हैया के काफिले का निशाना बनाते हुए पथराव किया गया था, जिसमें कई लोग चोटिल हुए थे। उसके बाद रविवार को सीतामढ़ी में कन्हैया को काले झंडे दिखाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए गए थे। जबकि यात्रा के पहले दिन चंपारण में पुलिस ने कन्हैया को हिरासत में ले लिया था, लेकिन बाद में हिरासत आदेश को रद्द कर दिया गया था। तमाम तरह के झंझावतों बीच कन्हैया का काफिला बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुजर रहा है और 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में हुंकार भरेंगे।

जन-गण-मन यात्रा के पाँचवे दिन आज मधुबनी जिले में देश के ग़रीबों को लूटने की साज़िश के तहत लाए गए CAA-NRC-NPR के विरोध में सभाओं का आयोजन हुआ। देख लीजिएगा, देश की जनता इस बार ‘शाह और शहंशाह’ का घमंड चकनाचूर करके ही दम लेगी। pic.twitter.com/85W4FCfD3o
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 3, 2020
यात्रा के क्रम में सोमवार को कन्हैया ने बिहार के मधुबनी जिले में सभाएं की। कन्हैया ने हरलाखी के दीनदयाल उच्च विद्यालय व जयनगर के डीबी कॉलेज परिसर में सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा कि यह यात्रा सीएए, एनआरसी, एनपीआर विरोधी मोर्चे के रूप में शुरू हुई है। यह लड़ाई नेता बनाने के लिए नहीं है। यह तिरंगा बचाने की है। सीएए व एनआरसी के रूप में लोकतंत्र की बुनियाद पर हमला हो रहा है। शहादतों के बाद हमें जो आजादी मिली वह खतरे में है, उस पर हमला हो रहा है। दुख इस बात कि है कि जिन्हें यह जिम्मेदारी मिली है, वे ही संविधान को खतरे में डाल रहे हैं। कन्हैया ने कहा कि नरेंद्र मोदी की कुर्सी खतरे में है। यह नया कानून अभी बनाने की जरूरत क्यों पड़ी। इसलिए असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश हो रही है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने वादा किए थे विकास का, रोजगार का। किसानों की फसल आय दोगुनी करने का। काला धन वापस लाकर 15 लाख देने का। मगर, वादा पूरा नहीं हुआ तो अब देश को बांटने की कोशिश हो रही है। अंग्रेजों ने जो फूट डालो, राज करो की चाल चली थी, वही हो रहा देश में। केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर कन्हैया ने कहा कि यह कैसी राष्ट्रवादी सरकार है। सरकारी संपत्ति को बेच रही है। बीएसएनएल, एलआइसी, रेलवे को बेच रही है। सरकारी सड़क, स्कूल, बस, रेलवे नहीं होगा तो सरकरी पीएम लेकर क्या करेंगे। यह सीएए व एनआरसी गरीब, कम पढ़े लिखे, किसान, मजदूर को कागज के नाम पर परेशान करने के लिए लाया गया है। इसकी कोई जरूरत नहीं है। पुलिस प्रशासन कागज के नाम पर परेशान करेगी। कागज के नाम पर नागरिकता छीनने की कोशिश हो रही है। मगर, इसमें सरकार को सफल नहीं होने देंगे। देश, संस्कृति, भाषा और देश पर जो हमला करेगा, बर्दाश्त नहीं करेंगे।

