छापेमारी करने गई मुंगेर पुलिस ने बुजुर्ग महिला को जमीन पर पटका, मौत; एसपी ने आरोपों को बताया निराधार
मुंगेर। बिहार के मुंगेर जिला में मारपीट के आरोपी के घर छापेमारी करने गई पुलिस ने आरोपी की वृद्ध मां को कथित रूप से बालों से घसीटकर जमीन पर पटक दिया, जिससे वृद्ध महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वृद्ध महिला की मौत से लोग भड़क उठे और सड़क जाम कर दिया। एसपी लिपि सिंह के कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों ने जाम हटाया। उधर एसपी लिपि सिंह ने मुंगेर पुलिस पर लगाए गए तमाम आरोपों को पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद बताया है।
जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना पुलिस बुधवार को मारपीट के आरोपी राजकिशोर यादव को गिरफ्तार करने के लिए लाल दरवाजा स्थित उसके घर गई थी। इस दौरान उसकी मां 65 वर्षीय सुदामा देवी गेट पर आई और कहा कि बेटा घर में नहीं है। इसी बीच एक पुलिसकर्मी ने उसे धक्का देकर गिरा दिया। इस घटना में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। वहीं मृत महिला के बेटे ने कहा कि पुलिस छापेमारी करने आई तो उसकी मां ने दरवाजा खोला, इसके बाद पुलिस गाली देने लगी और बाल पकड़कर उसकी मां को पटक दिया। इसके बाद मां बेहोश हो गई। इस दौरान घर के अंदर से उसकी भाभी निकली तो पुलिस से कहा कि कम से कम उनकी सास को हॉस्पिटल तक पहुंचा दिजिए। लेकिन पुलिसकर्मी वहां से चले गए। महिला की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और शव के साथ सदर हॉस्पिटल के सामने सड़क पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। परिजनों ने आरोप लगाया कि थानेदार ने बुजुर्ग महिला को पटक दिया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई है।
मुंगेर पुलिस पर लगाए गए तमाम आरोप पूरी तरह से निराधार : एसपी
इधर एसपी ने कहा कि मुंगेर जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लाल दरवाजा मोहल्ले में सुदामा देवी पति स्व. नागेश्वर यादव की मौत के मामले में यह स्पष्ट किया जाता है कि मामले की जांच की जा रही है। मृतका के बेटे राज किशोर कुमार साकिन लाल दरवाजा दुर्गा स्थान के खिलाफ बासुदेवपुर ओपी कोतवाली थाना कांड संख्या 514/19 धारा दिनांक 31.12.2019 धारा 147/148/341/323/307/ 379 504/ 506 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया था। उस मामले में अभियुक्त बनाए गए राज किशोर कुमार पिता स्व. नागेश्वर प्रसाद यादव साकिन लाल दरवाजा थाना कोतवाली जिला मुंगेर द्वारा जमानत नहीं ली गई थी। अभियुक्त को कई बार जमानत लेने के लिए उनके परिजनों को कहा भी गया था। परिजनों द्वारा हर बार जमानत कराने का आश्वासन दिया जाता था लेकिन उनके द्वारा जमानत नहीं ली गई थी। उनके खिलाफ दर्ज मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस टीम गई थी। सुबह महिला के शव के साथ सड़क जाम किए जाने और हंगामा-प्रदर्शन करने के बाद पुलिस को महिला की मौत होने की जानकारी हुई। पीड़ित परिवार को यह आश्वासन दिया गया है कि यथासंभव जांच कराकर जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी, वह की जाएगी। पुलिस पर महिला के साथ बाल पटक कर खींचने, जमीन पर गिराने या मारपीट करने का आरोप लगाया गया है जो कि प्रथम दृष्टया सत्य प्रतीत नहीं होता है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह अपर पुलिस अधीक्षक को पुलिस पर लगे आरोपों की जांच का आदेश दिया गया है। मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा और उस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आलोक में कार्रवाई होगी। एसपी ने कहा कि पीड़ित परिवार के साथ हमारी गहरी संवेदना है। मुंगेर पुलिस अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन प्रोफेशनल तरीके से कर रही है तथा इसमें किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। मुंगेर पुलिस पर लगाए गए तमाम आरोप पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद हैं।


