कॉम्फेड की निदेशक पर्षद की बैठक सह आम सभा : 2020-21 के तृतीय तिमाही में दुग्ध संग्रहण में 71.3% लक्ष्य की हुई प्राप्ति

पटना। बिहार स्टेट मिल्क को-आपरेटिव फेडरेशन लि. (कॉम्फेड) का 97वीं निदेशक पर्षद की बैठक तथा 22वीं आम सभा बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर के नये पुस्तकालय भवन में अवस्थित बासु डाटा सेंटर हॉल में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव सह कॉम्फेड के अध्यक्ष डॉ. एन. सरवन कुमार की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई, जिसमें कॉम्फेड की प्रबंध निदेशक शिखा श्रीवास्तव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर सचिव-सह-आंतरिक वित्तीय सलाहकार मधुरानी ठाकुर, गव्य विकास निदेशालय के निदेशक दीनानाथ, शशि शेखर सिन्हा, उप निबंधक, निबंधक प्रतिनिधि, सहयोग समितियां, एके अग्रवाल, उप महाप्रबंधक, एनडीडीबी प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से कॉम्फेड से संबद्ध सात दुग्ध संघों के अध्यक्ष ने भाग लिए।
निदेशक पर्षद की बैठक में कॉम्फेड के विभिन्न दुग्ध संघों एवं कॉम्फेड की इकाईयों का तीसरे तिमाही के अंत तक भौतिक तथा वित्तीय उपलब्धियों पर विस्तृत चर्चा हुई। वर्ष 2020-21 के तृतीय तिमाही के अंत तक दुग्ध संग्रहण में लगभग 71.3% लक्ष्य की प्राप्ति हुई तथा विपणन में 98.67% लक्ष्य की प्राप्ति पाऊच दूध के बिक्री में प्राप्त हुई। कोरोना काल के विषम परिस्थिति में समिति संगठन, सदस्यता वृद्धि, निबंधन, पशु आहार की बिक्री तथा अन्य आयामों पर कुप्रभाव पड़ा, पर समय के सुधार के साथ आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है। वर्तमान के दिनों में दुग्ध संग्रहण जो अतिवृष्टि तथा बाढ़ के बाद काफी गिरा था, पुन: उसमें सुधार इस माह में देखी जा रही है। वर्तमान में दुग्ध संग्रहण लगभग 16.5 लाख किलो प्रतिदिन के ऊपर तथा पाउच दूध की बिक्री 15.5 लाख लीटर प्रतिदिन एवं लगभग 2.25 लाख लीटर समतुल्य का सुधा दुग्ध उत्पाद की बिक्री हो रही है।
कॉम्फेड अध्यक्ष द्वारा कॉम्फेड के विभिन्न कार्यो में पुन: तेजी लाने का निदेश दिया गया तथा राज्य सरकार के सात निश्चय भाग-2 अंतर्गत अगले चार वर्षो में राज्य के शत-प्रतिशत गांवों में डेयरी को-आॅपरेटिव सोसाइटी का गठन-स्थापना, दुग्ध संग्रहण में वृद्धि करने, कृत्रिम गर्भाधान केन्द्रों का अधिक-से-अधिक स्थापना एवं नस्ल सुधार कार्यक्रम में तेजी लाने, अच्छे किस्म के सुधा आहार की बिक्री बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया गया। कॉम्फेड के द्वारा चार वर्षो का एक कार्य योजना तैयार कर विभाग में समर्पित किया गया है, जिसके स्वीकृत्योपरान्त लागू जाएगा ।
ज्ञातव्य हो कि पूर्व में राज्य सरकार के द्वारा 234 करोड़ रूपये की विभिन्न डेयरी प्लांट एवं पशु आहार कारखाना के स्थापना हेतु दिया गया था, जिसकी प्रथम किश्त की राशि लगभग 53 करोड़ रूपये उपलब्ध कराया गया है। कॉम्फेड द्वारा अगले 3-4 माह में 2.0 लाख लीटर प्रतिदिन का दो नये डेयरी संयंत्र, जो भागलपुर एवं पूर्णिया में निर्माणाधीन है, को चालू करने का भी निर्णय लिया गया है। वहीं दुग्ध संघ के अध्यक्षों द्वारा दूध उत्पादन के लागत खर्च में अत्यधिक वृद्धि हो जाने के कारण दूध का क्रय मूल्य उत्पादकों के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया, जिसपर अध्यक्ष द्वारा समीक्षोपरान्त निर्णय लेने की सहमति दी गई। साथ ही कॉम्फेड द्वारा वर्ष 2018-19 एवं आगे के वर्षो में अर्जित लाभ राज्य सरकार एवं सम्बद्ध दुग्ध संघों को लाभांश की राशि के रूप में देने का भी निर्णय लिया गया।
