केन्द्र सरकार स्वतंत्रता आंदोलन के गौरवशाली इतिहास को नष्ट कर तोड़-मरोड़कर पेश कर रही: कांग्रेस

पटना। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 123वीं जयंती समारोह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में भव्य रूप से मनायी गयी। कांग्रेस मुख्यालय के उद्यान में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा की अध्यक्षता में सर्वप्रथम नेताजी के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण के बाद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा आजाद हिन्द फौज की स्थापना एवं स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के योगदान में नेताजी के अमूल्य योगदान पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें वक्ताओं ने नेताजी के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान त्याग एवं बलिदान की विशेष रूप से चर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो. अनिल राय ने कहा कि नेता जी की स्मृति 123 वर्षों के बाद आज भी हमें प्रेरणा देती है। प्रो. राय ने कहा कि भारत को स्वतंत्र कराने के लिये नेताजी ने करीब पैंतीस हजार लोगों से आजाद हिन्द फौज की सेना खड़ी की। उन्होंने कहा कि नेताजी में अदभूत राष्ट्रीयता एवं देश समर्पण की भावना थी। महात्मा गांधी को सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने ही राष्ट्रपिता का संबोधन दिया था। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के हृदय में नेताजी के लिये असीम प्रेम था। महात्मा गांधी एवं सुभाष चन्द्र बोस एक दूसरे के पूरक थे। प्रो. राय ने कहा कि महापुरूषों को उनके मूल्य एवं आदर्श के साथ स्मरण करना चाहिये।

इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि 1920 के दशक के आखिरी वर्षों में नेताजी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ मिलकर यूथ लीग का गठन किया था। पूर्ण स्वराज और समाजवादी सिद्धांतों की वकालत करती इस यूथ लीग ने इन दोनों नेताआें को बड़ा युवा नेता बना दिया और राष्ट्रीय स्तर पर उनकी स्वीकार्यता बढ़ाई। डॉ. झा ने कहा कि महात्मा गांधी, पंडित नेहरू एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का लक्ष्य भारत को आजादी दिलाना था। उन्होंने कहा कि वर्तमान केन्द्र सरकार स्वतंत्रता आंदोलन के गौरवशाली इतिहास को नष्ट कर इसे तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है, जिसका सभी कांग्रेसजनों को एक स्वर से विराध करना चाहिये। वहीं प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. समीर कुमार सिंह ने मंच संचालन किया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री विश्व मोहन शर्मा, अवधेश कुमार सिंह, कृपानाथ पाठक, पूर्व विधायक डॉ. हरखू झा, पूर्व विधान पार्षद लाल बाबू लाल, एचके वर्मा, प्रवक्ता प्रो. उमाकांत सिंह, वरिष्ठ नेता ब्रजेश पांडेय, सुबोध कुमार, पूर्व मंत्री जाहिदुर रहमान, रविन्द्र नाथ मिश्रा, प्रवक्ता अनिता यादव, इंटक अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह, आनन्द माधव, श्रीमती प्रतिमा कुमारी दास आदि ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की।