कार्यशाला : कॉम्यूनिकेशन स्कील्स, कैंसर और घर में बुजुर्गों के स्वास्थ्य हेतु जरूरतों के बारे में दी गई जानकारी

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  • 28वें अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आन पैलियेटिव पर कार्यशाला का आयोजन

फुलवारीशरीफ। महावीर कैंसर संस्थान में 28वें अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आन पैलियेटिव केयर के अंतर्गत सोशल वर्कर्स एंड वोलेंटियर्स के लिये कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों को कैंसर तथा पैलियेटिव केयर के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें कॉम्यूनिकेशन स्कील्स, कैंसर और घर में बुजुर्ग लोगों के स्वास्थ्य हेतु जरूरतों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यशाला का संचालन डॉ. ऋता रानी ने किया। जबकि कार्यशाला का उद्घाटन डॉ. एलबी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, महावीर कैंसर संस्थान ने किया। डॉ. सिंह ने कहा कि परिवार छोटे होने के चलते घर पर लोग गंभीर मरीजों एवं बुजुर्गों की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए पैलियेटिव केयर का महत्व बढ़ गया है।
डॉ. सिंह ने घोषणा किया कि महावीर कैंसर संस्थान द्वारा आचार्य किशोर कुणाल के निर्देशन में 100 कमरों का हॉसपीस बनाने का काम जल्द ही शुरू होगा। कोरोना माहमारी के चलते कार्य में विलंब हुआ। यह बिहार का पहला हॉसपीस होगा, जहां लाईलाज कैंसर के गरीब मरीजों को उचित देखभाल की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि महावीर मंदिर द्वारा वातानुकुलित शव वाहन “अंतिम यात्रा” बनाया गया है। जिससे मृतकों को उनके घर मुफ्त पहुंचाया जाएगा। अभी यह सेवा पटना के लिए ही उपलब्ध है, धीरे धीरे बिहार के विभिन्न शहरों में अंतिम यात्रा की व्यवस्था की जाएगी।
इस सम्मेलन में आयोजन समिति के सचिव डॉ. उमेश भदानी (एम्स पटना) ने अपने भाषण में कार्यशाला के लिए महावीर कैंसर संस्थान एवं इसके संस्थापक आचार्य किशोर कुणाल को धन्यवाद दिये। इस वर्चुअल सम्मेलन में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों के चिकित्सक, चिकित्साकर्मी एवं सामाजिक कार्यकर्ता जुड़े हुए थे। वहीं इसमें डॉ. अभीजीत डैम (पैलियेटिव केयर कन्सल्टेंट, बोकारो), डॉ. पीयूष गुप्ता (लखनऊ) आदि कई लोग सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में संस्थान की डॉ. मनीषा सिंह, डॉ. विनिता त्रिवेदी, डॉ. मुकुल मिश्रा, डॉ. उषा सिंह, डॉ. रजनी सिन्हा सहित कई वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी भाग लिया।

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