आप ने जतायी संभावना : बिहार में 50 हजार से अधिक कोरोना संदिग्ध पहुंचे, सरकार से किया सवाल

पटना। आम आदमी पार्टी (आप) ने संभावना व्यक्त की है कि बिहार में 20 से 31 मार्च के बीच 50 हजार से अधिक संदिग्ध कोरोना मरीज पहुंच गए हैं। यह संभावना “आप” के बिहार प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार द्वारा दिए गए वक्तव्य को आधार बनाकर व्यक्त की है।
आप प्रवक्ता चंद्र भूषण ने कल सुप्रीम कोर्ट में कोरोना और प्रवासी मजदूरों को लेकर दो याचिकाओं पर केंद्र सरकार द्वारा दिए गए बयान को आधार बनाया है। जिसमें केंद्र सरकार ने सुप्रीम सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि विभिन्न राज्यों से गांव-कस्बों में गए 10 में से 03 कोरोना के संदिग्ध हो सकते हैं। इस आधार पर बिहार के संदर्भ में डरावने आंकड़े हैं। श्री भूषण ने कहा कि बिहार में दिल्ली, मुंबई, गुजरात, हरियाणा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों से करीब एक लाख 80 हजार प्रवासी मजदूर या अन्य लोग 20 मार्च से 31 मार्च तक अपने-अपने गांव या कस्बे में पहुंच गए हैं। भगवान न करे अगर केंद्र की चिंताओं पर गौर करें तो 10 में से 03 संदिग्ध कोरोना मरीज अपने-अपने ठिकानों पर पहुंच गए हैं। इससे जाहिर होता है कि बिहार की सीमा के अंदर कुल 54 हजार कोरोना मरीज पहुंच गए, जो डरावनी हकीकत को बयान करता है।
आप प्रवक्ता ने सवाल किया कि अगर बिहार में 54 हजार कोरोना मरीज पाए जाते हैं तो क्या राज्य के नीतीश सरकार इससे लड़ने के लिए तैयार है? राज्य सरकार से सवाल है कि जो श्रमिक दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे हैं, उन कामगारों के लिए राहत मुहैया कराने की क्या कोई योजना है? श्री भूषण ने फिर सवाल किया कि प्रत्येक जिले में कितने शेल्टर होम और क्वॉरेंटाइन होम बनाए गए हैं? क्या उसकी सूची पब्लिक डोमेन में सार्वजनिक की गई? मजदूर, असंगठित मजदूर या बेसहारा हैं, उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई? क्या पंचायत स्तर पर कम्युनिटी किचन बनाया गया?
