अतीत ही वर्तमान का दर्पण है : स्वामी रङ्गरामानुजाचार्य

पालीगंज। “अतीत ही वर्तमान का दर्पण है व प्राचीन धर्मग्रथों में वर्णित कथा ही वर्तमान में विकास का रास्ता प्रशस्त करती है।” उक्त बातें रघुनाथपुर गांव में आयोजित 17 दिवसीय लक्ष्मीनारायण महायज्ञ के 15वें दिन गुरुवार को प्रवचन के दौरान हुलासगंज से यज्ञ करने पहुंचे अनन्त विभूषित श्री रङ्गरामनुजचार्यजी महाराज ने कही। गुरुवार की संध्या की जब प्रवचन सुनने के लिए हजारों भक्त मौजूद थे उस वक्त जब प्रवचन का शुभारंभ किया गया तो स्वामीजी की ज्ञान भरी आवाज सुनने के लिए वातावरण शांत हो गया। सभी लोगों ने ध्यानपूर्वक उनकी ज्ञान भरी बातों को सुने।

वहीं यज्ञ के अवसर पर बुधवार की दोपहर बृंदावन से आये कलाकारों ने रामलीला प्रस्तुति के दौरान तड़का वध कांड प्रस्तुत किया। यज्ञ स्थल पर हो रहे हवन व पंडितों के मंत्रोच्चारण से सारा वातावरण भक्तिमय व मनमोहक हो चुका है। दूर-दूर से लोग यज्ञ में पहुंचकर रामलीला व रासलीला का आनन्द ले रहे है। यहां विभिन्न प्रकार के झूले व दुकानें लगाई गई है। दूर से पहुंचने वाले दर्शकों व भक्तों के लिए भोजन, पानी, ठहरने, शौचालय तथा लाइट का भरपूर व्यवस्था किया गया है। वहीं यज्ञ में सक्रिय रूप से भूमिका निभा रहे भाजपा नेता सह पूर्व मुखिया पंकज शर्मा ने बताया कि यज्ञ के अवसर पर वृंदावन से आये कलाकारों की ओर से दिन में रामलीला व संध्या प्रवचन के बाद रासलीला प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यज्ञ की समापन 7 मार्च को भंडारे के साथ कराई जाएगी।

About Post Author

You may have missed