BIHAR : अंतरराज्यीय गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क का उद्भेदन, मुंगेर पुलिस ने पटना लाए जा रहे 2 क्विंटल गांजा किया जब्त, ऐसे हो रही थी तस्करी

तीन तस्कर गिरफ्तार, बाजार मूल्य के तीस लाख रूपए के गांजा की हुई बरामदगी


मुंगेर। मुंगेर पुलिस ने अंतर्राज्यीय गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क का उद्भेदन किया है। बरामद गांजा की कीमत बाजार मूल्य में तीस लाख रूपए आंकी जा रही है। गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ तारापुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मौके से चालक और खलासी व एक अन्य गांजा कुरियर को गिरफ्तार किया गया है, चालक और खलासी पटना जिला अंतर्गत अथमलगोला थाना क्षेत्र के कमरापर गांव के रहने वाले हैं जबकि स्वदेश घोष अगरतला का रहने वाला है। वहीं वैशाली जिले का सुजीत राय इस गैंग का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जो काफी लंबे समय से इस नेटवर्क को संचालित कर रहा है।


मुंगेर एसपी लिपि सिंह को सूचना मिली थी कि असम के गुवाहाटी से एक ट्रक में गांजा लोड कर लाया जा रहा है तथा उस ट्रक को पटना ले जाया जाना है। लिपि सिंह ने तत्काल जिला आसूचना इकाई और तारापुर थाना की टीम बनाई और आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया और जिला आसूचना इकाई के प्रभारी शैलेश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन कर तारापुर भेजा। तारापुर एसडीपीओ पंकज कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम द्वारा तारापुर थानाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार के सहयोग से घेराबंदी कर कार्रवाई की गई।
तारापुर थाना क्षेत्र के लखनपुर स्थित लाइन होटल पर दंडाधिकारी की मौजूदगी में ट्रक की तलाशी ली गई। ट्रक के केबिन में सीट के पिछले हिस्से में एक सेफ बॉक्स बनाया गया था। उसी सेफ बॉक्स में गांजा को छुपा कर रखा गया था। सेफ बॉक्स को इस कदर बनाया गया था कि उसमें पता लगाना भी काफी मुश्किल था। हालांकि कड़ाई से पूछताछ के दौरान चालक ने गांजा होने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस द्वारा कार्रवाई के दौरान 5 किलो गांजा के 28 पैकेट और 15 किलो गांजा के 4 पैकेट बरामद किए गए। इस दौरान ट्रक ड्राइवर नीतीश कुमार राय, ट्रक पर मौजूद प्रदेश स्वदेश घोष और खलासी मुनेश्वर ठाकुर को गिरफ्तार किया गया। चालक और खलासी पटना जिला अंतर्गत अथमलगोला थाना क्षेत्र के कमरापर गांव के रहने वाले हैं जबकि स्वदेश घोष अगरतला का रहने वाला है।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि गुवाहाटी में ट्रक पर गांजा को लोड किया गया था तथा उसे पटना सिटी के कच्ची दरगाह में मुख्य सरगना को सौंपा जाना था। वैशाली जिले का सुजीत राय इस गैंग का मास्टरमाइंड है और काफी सालों से वह गांजा तस्करी के नेटवर्क को संचालित कर रहा है।
अगरतला का है गांजा, वैशाली में होनी थी डिलीवरी
बरामद गांजा को अगरतला से गुवाहाटी लाया गया था। गुवाहाटी में गांजा के पैकेटों को नीतीश कुमार राय के ट्रक पर लोड किया गया था। अगरतला निवासी स्वदेश घोष गांजा को लेकर चला था तथा गांजा को सुजीत राय तक पहुंचाने की जिम्मेवारी स्वदेश घोष की थी। स्वदेश घोष कई बार गांजा लेकर बिहार आ चुका था। उसने स्वीकार किया है कि महीने में दो से चार बार गांजा लेकर बिहार और दूसरे राज्य आता था। पिछले दो साल से वह गांजा कुरियर का काम कर रहा था। गिरफ्तार अभियुक्तों ने स्वीकार किया है कि गांजा को पटना सिटी के कच्ची दरगाह के पास किसी सुनसान जगह पर दूसरी गाड़ी में लोड कर वैशाली भेज दिया जाता था। पटना सिटी के कच्ची दरगाह इलाके में गांजा उतारकर नाव के रास्ते वैशाली भेज दिया जाता था तथा वैशाली के दियारा इलाके से गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क को संचालित किया जाता था। वैशाली के राघोपुर से बिहार के कई जिलों और दूसरे राज्यों में गांजा की आपूर्ति की जाती है।
केबिन में बने सेफ बॉक्स को खोलना था काफी मुश्किल
ट्रक के केबिन में बने सेफ बॉक्स को खोलने में काफी दिक्कत आ रही थी। दरअसल सेफ बॉक्स को इतनी होशियारी से तैयार कराया गया था कि किसी को शक करना ही मुश्किल था कि वहां पर कुछ छुपाया भी जा सकता था। हालांकि एसपी लिपि सिंह को उनके मुखबिरों द्वारा पक्की सूचना मिली थी और और मुखबिरों द्वारा बार-बार पुलिस अधीक्षक को बताया जा रहा था कि ट्रक में हर हाल में गांजा है। एसपी ने गहनता से तलाशी लेने का निर्देश दिया।
छापामारी दल में यह अधिकारी और जवान थे शामिल
एसडीपीओ तारापुर पंकज कुमार, जिला आसूचना इकाई प्रभारी शैलेश कुमार, तारापुर थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, सिपाही विजेंद्र कुमार सिंह, मोहन कुमार, मनोज कुमार, विकास कुमार, राजीव कुमार, अंकुर कुमार, पप्पू कुमार, मनीष कुमार, रंजन कुमार।

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