पटना जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा से बढ़ी सरगर्मी : अंजू, रूनी व स्तुति के बीच होगा मुकाबला

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पटना। राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा जिला परिषद व प्रखंड प्रमुख के चुनाव के घोषणा के बाद पटना जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है। राज्य निर्वाचन द्वारा अधिसूचना में जिले में जिला परिषद अध्यक्ष का पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है। जिले से निर्वाचित 45 जिला परिषद सदस्यों में 5 अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकती है। इनमें पटना सदर पूर्वी प्रखंड से निर्वाचित मंजू देवी, संपतचक प्रखंड से निर्वाचित कुमारी स्तुति, फतुहा उत्तरी पश्चिमी से निर्वाचित अंजू देवी, खुसरूपुर से निर्वाचित रूबी देवी तथा बख्तियारपुर पश्चिमी से निर्वाचित रूनी देवी शामिल हैं। इनमें से मंजू देवी व रूबी देवी अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ रही हैं। इसके बाद मुकाबला अंजू देवी, रूनी देवी और कुमार स्तुति के बीच बच जाता है। जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष और फतुहा पश्चिमी की पार्षद अंजू देवी और संपतचक की कुमारी स्तुति व बख्तियारपुर पश्चिमी की पार्षद रूनी देवी अपने अपने समर्थित पार्षदों के बीच जाकर समर्थन जुटाने का प्रयास कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक अंजू देवी 45 में से 25 पार्षदों का आशीर्वाद प्राप्त होने का दावा कर रही हैं। जबकि बहुमत के लिये आवश्यक संख्या बल 23 से भी ज्यादा होना चाहिए। वहीं रून्नी देवी भी अपने पक्ष में बहुमत का दावा कर रही है। इसके अलावा कुमारी स्तुति भी अपने पक्ष में पार्षदों को गोलबंद करने में लगी हुई है। सभी दावेदार आवश्यक संख्याबल से करीब पहुंचने के लिए जी तोड़ परिश्रम कर रही हैं।
बहरहाल, अंजू देवी के पुन: जिला परिषद अध्यक्ष पद पर काबिज होने की संभावना बलबती होती जा रही है। चुनाव के अंतिम तिथि तक यही स्थिति बनी रहेगी या बदल जाएगी, अनुमान लगाना मुश्किल है। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए धनरूआ के उत्तरी के पार्षद चंदन कुमार का नाम भी सबसे आगे है।
बतातें चलें में हाल में हुए चुनाव में पटना जिले के 45 जिला पार्षदों में करीब 26 महिलाएं जीतकर आयी है। इसके अलावा अनुसूचित जाति के नौ और पिछड़ा वर्ग के नौ पार्षद जीतकर आए हैं। अब देखना है कि आने होनेवाले चुनाव का परिणाम किसके पक्ष में आता है। मगर जिला पार्षदों की गोलबंदी चुनाव का त्रिकोणीय होने की ओर इशारा कर रहा है।
