दानापुर में गंगा में डूबने से दो युवक की मौत, 2 को लोगों ने बचाया, गोताखोरों ने निकाला शव

पटना। पटना जिले के दानापुर क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां गंगा नदी में स्नान के दौरान दो युवकों की डूबने से मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार की शाम को मनेर थाना क्षेत्र के गौरैया स्थान के पास हुई, जब चार युवक नदी में नहा रहे थे। इनमें से दो युवक सुरक्षित बचा लिए गए, जबकि दो की जान नहीं बच सकी। शनिवार की सुबह गोताखोरों ने दोनों युवकों के शव गंगा से बरामद किए। डूबने वाले युवकों की पहचान नागा टोला निवासी राजू राय के पुत्र रौशन कुमार (21) और माधो राय के पुत्र विकास (20) के रूप में की गई है। दोनों युवक बिहार पुलिस, होमगार्ड और आर्मी की भर्ती की तैयारी कर रहे थे। जानकारी के अनुसार, ये सभी युवक रोज सुबह प्रैक्टिस के बाद नदी में स्नान करने जाया करते थे। शुक्रवार को भी चारों युवक—रौशन, विकास, दीपू और प्रिंस—गंगा नदी में नहा रहे थे।
स्नान के दौरान घटी घटना
नहाते समय अचानक रौशन गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबते देख बाकी तीनों साथी उसे बचाने के लिए आगे बढ़े। लेकिन, जैसे ही उन्होंने प्रयास किया, वे भी तेज बहाव में फंसकर खुद डूबने लगे। पास में मौजूद स्थानीय लोगों ने स्थिति को देखते हुए तुरंत नदी में छलांग लगाई और कड़ी मशक्कत के बाद दीपू और प्रिंस को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन रौशन और विकास पानी में लापता हो गए।
गोताखोरों ने की तलाश, दूसरे दिन मिले शव
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय गोताखोरों को बुलाया गया। देर शाम तक खोजबीन के बावजूद सफलता नहीं मिली। आखिरकार शनिवार की सुबह दोनों युवकों के शव नदी से बाहर निकाले गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है। परिजन और आस-पास के लोग मौके पर जमा हो गए।
हर दिन जुटते हैं सैकड़ों युवक
गौरतलब है कि मनेर थाना क्षेत्र का यह इलाका उन युवाओं का अड्डा बन गया है जो पुलिस, आर्मी और अन्य सुरक्षा बलों की भर्ती की तैयारी करते हैं। ये युवक हर दिन सुबह दौड़ने और शारीरिक अभ्यास के बाद गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा नदी में स्नान करते हैं। यहां न तो कोई सुरक्षा व्यवस्था है, न ही स्नान के लिए सुरक्षित क्षेत्र तय किया गया है।
स्थानीय लोगों की मांग: सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस स्थान पर स्नान के लिए उचित व्यवस्था की जाए, और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं। साथ ही यह भी आग्रह किया गया कि इस क्षेत्र में नियमित निगरानी के लिए पुलिस या गोताखोरों की टीम तैनात की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
असमय मौत से परिवारों में कोहराम
रौशन और विकास की असमय मौत ने उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। दोनों युवक मेहनती थे और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे। उनके माता-पिता और परिजन इस घटना से टूट चुके हैं। शोक में डूबे घरों में मातम पसरा हुआ है।
सावधानी ही बचाव का उपाय
यह घटना एक बार फिर यह चेतावनी देती है कि नदी या तालाब जैसे जलस्रोतों में बिना सुरक्षा उपायों के स्नान करना बेहद खतरनाक हो सकता है। विशेषकर युवाओं को ऐसे स्थानों पर सतर्क रहने की आवश्यकता है जहां पानी का बहाव तेज और गहराई अधिक हो।
