दरभंगा में चोरी के आरोप में युवक की पेड़ से बांधकर पिटाई, प्राइवेट अस्पताल में घुसा, वीडियो वायरल
दरभंगा। बिहार के दरभंगा जिले में एक बार फिर इंसाफ के नाम पर भीड़ द्वारा कानून हाथ में लेने की शर्मनाक घटना सामने आई है। जिले के अल्लपट्टी इलाके में स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार सुबह चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़कर पेड़ से बांध दिया गया और फिर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे इलाके में आक्रोश और बहस दोनों देखने को मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, अल्लपट्टी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में सुबह करीब 5 बजे एक युवक घुस गया। अस्पताल के कंपाउंडर सरफराज ने दावा किया कि युवक संदिग्ध हालत में अस्पताल परिसर में घूम रहा था और ऑपरेशन थिएटर तक पहुंच गया था। पूछने पर युवक ने बताया कि वह केवल पानी पीने आया है। लेकिन कंपाउंडर ने आरोप लगाया कि युवक ने उनके कपड़े में रखे 4200 रुपये चुरा लिए हैं। कंपाउंडर के अनुसार, युवक के पास से चोरी किया गया रुपया नहीं मिला, लेकिन उन्होंने संदेह के आधार पर उसे पकड़ा और फिर अस्पताल कर्मियों के साथ मिलकर उसे पेड़ से बांध दिया और मारपीट की। अस्पताल कर्मियों का कहना है कि यदि युवक को नहीं पकड़ा जाता तो वह मोबाइल और अन्य कीमती सामान भी चुरा सकता था। हालांकि, युवक ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है। उसका कहना है कि वह न तो चोर है और न ही अस्पताल में किसी गलत इरादे से घुसा था। “मैं सिर्फ पानी पीने और वॉशरूम का इस्तेमाल करने आया था। मेरी साइकिल अस्पताल के बाहर खड़ी थी। मेरे साथ 2-3 और लड़के भी थे जो मुझे छोड़कर भाग गए,” युवक ने बताया। उसने आगे कहा कि पहले वह पानी बेचने का काम करता था और अब तांगा चलाकर जीवनयापन करता है। इस घटना का वीडियो किसी राहगीर ने बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया। वीडियो में युवक को पेड़ से बंधा हुआ और अस्पताल के कुछ कर्मचारी उसे डंडों और लात-घूंसों से पीटते हुए नजर आ रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को अस्पताल कर्मियों से छुड़ाया। पुलिस ने युवक को अपने संरक्षण में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो के आधार पर अस्पताल कर्मियों की पहचान की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी आम जनता को दे दी गई है? क्या कोई भी बिना प्रमाण के किसी को चोर बताकर सरेआम पीट सकता है? मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि युवक दोषी है तो कानून उसे सजा देगा, लेकिन किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और युवक की मेडिकल जांच भी कराई जा रही है। घटना ने दरभंगा में कानून व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


