गया में दिनदहाड़े युवक की गोली मारकर हत्या, सीसीटीवी में वारदात, एक के बाद एक मारी चार गोलियां
- दीवाली की सुबह सनसनी, हत्या से इलाके में मचा हड़कंप, रंजिश में हत्या की आशंका
गया। बिहार के गया जिले में दिवाली के दिन सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब कोतवाली थाना क्षेत्र के बैरागी मोहल्ले में एक युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना सोमवार सुबह करीब आठ बजे की बताई जा रही है। मृतक की पहचान बैरागी मोहल्ले निवासी उपेंद्र पासवान के 26 वर्षीय पुत्र सुभाष कुमार के रूप में हुई है। हत्या की यह पूरी वारदात पास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें तीन हमलावर बैक टू बैक चार गोलियां चलाते हुए साफ दिख रहे हैं। गोली लगने के बाद सुभाष की मौके पर ही मौत हो गई। इस हत्याकांड ने न केवल इलाके में दहशत फैला दी, बल्कि दिवाली की सुबह मातम में बदल गई। स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है, जबकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
सुबह घर से निकला था सुभाष, घात लगाए बदमाशों ने किया हमला
मृतक के पिता उपेंद्र पासवान ने बताया कि सुभाष सुबह किसी निजी काम से घर से निकला था। वह जैसे ही गली के मोड़ के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए तीन बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। पिता ने दावा किया कि यह सुपारी किलिंग है, जिसमें उनके बेटे की हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई है। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे की किसी से पुरानी दुश्मनी नहीं थी, पर मोहल्ले के कुछ लोगों से झगड़ा जरूर चल रहा था। पांच साल से मामला अदालत में है। उसी रंजिश के कारण इस हत्या की साजिश रची गई।”
सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात कैद
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद हत्याकांड की बर्बरता देख लोग दहशत में हैं। फुटेज में साफ दिख रहा है कि चार युवक और सुभाष सड़क पर खड़े हैं। सुभाष के हाथ में एक डंडा है और वह बातचीत के दौरान शांत दिख रहा है। तभी एक युवक पिस्टल निकालता है, लेकिन सुभाष हिलता नहीं। शायद उसे भरोसा था कि वह गोली नहीं चलाएगा। कुछ ही सेकंड में दूसरा युवक भी बंदूक निकालता है और सुभाष को नजदीक से गोली मार देता है। गोली लगते ही सुभाष गिर पड़ता है, लेकिन ज़मीन पर लेटे हुए भी कुछ कहने की कोशिश करता है। इसी दौरान तीसरा युवक पास आता है और उसके सीने में एक के बाद एक दो गोलियां दाग देता है। सुभाष मौके पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ देता है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि गोलीबारी के वक्त आस-पास कई लोग मौजूद थे, लेकिन भय के कारण कोई भी आगे नहीं आया। अपराधी बड़े आराम से घटना को अंजाम देने के बाद पिस्तौल लहराते हुए मौके से फरार हो गए।
स्थानीय लोगों में दहशत, आंखों के सामने मर्डर लेकिन कोई नहीं आया आगे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकले, लेकिन किसी ने सुभाष को अस्पताल पहुंचाने या पुलिस को फोन करने की हिम्मत नहीं की। एक दुकानदार ने बताया, “तीन लड़के पिस्तौल लहराते हुए भागे, लोग डर से दरवाजे बंद कर लिए। सुभाष सड़क पर गिरा पड़ा था, कुछ मिनटों बाद उसकी सांसें थम गईं।” घटना के बाद से बैरागी मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है। दिवाली की रौनक मातम में बदल गई। इलाके में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
रंजिश का मामला, पांच साल से चल रहा था विवाद
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुभाष के पिता उपेंद्र पासवान का मोहल्ले के ही एक व्यक्ति से पुराना विवाद चल रहा था। दोनों परिवारों के बीच कई बार झगड़ा और मारपीट हो चुकी थी। यहां तक कि दोनों पक्षों के बीच अदालत में मुकदमा भी चल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि उसी रंजिश के चलते सुभाष की हत्या की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक का नाम कुछ आपराधिक वारदातों में भी आया था। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह किसी गैंग से जुड़ा था या नहीं। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है कि कहीं किसी गैंगवार के तहत तो यह हत्या नहीं हुई।
पुलिस जांच में जुटी, सीसीटीवी के आधार पर पहचान जारी
मामले की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि, “हमने घटनास्थल से चार खोखे बरामद किए हैं। फुटेज में दिख रहे तीन संदिग्धों की पहचान की जा रही है। मृतक के पिता ने जिन लोगों पर शक जताया है, उनके नाम आवेदन में आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया है। फुटेज के आधार पर हत्यारों की पहचान और लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही, तकनीकी जांच के लिए कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) भी खंगाला जा रहा है।
मृतक के परिवार में मातम, कहा- “सुपारी देकर मारा गया बेटा”
सुभाष के पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने पहले ही बेटे की जान को खतरा बताया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे को धमकी दी जा रही थी। मैंने पुलिस से मदद मांगी थी, पर किसी ने सुनी नहीं। आज दिवाली के दिन मेरा बेटा नहीं रहा।”
इलाके में बढ़ी सुरक्षा, आरोपियों की तलाश में छापेमारी
पुलिस अधीक्षक अभिनव कुमार ने बताया कि हत्या बेहद सुनियोजित तरीके से की गई है। सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “फुटेज के आधार पर तीनों हमलावरों की पहचान लगभग तय कर ली गई है। बहुत जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।” पुलिस ने शहर के कई इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है। साथ ही, संभावित फरार मार्गों पर चेकपोस्ट बढ़ाए गए हैं ताकि आरोपी भाग न सकें। गया में दिवाली की सुबह हुए इस दिनदहाड़े हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला दिया है। खुलेआम सड़कों पर गोलीबारी और लोगों का भयभीत होकर चुप रह जाना, शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर अपराधियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। फिलहाल मृतक के परिवार में मातम और इलाके में दहशत का माहौल है, जबकि पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है।


