October 28, 2025

भागलपुर में युवती ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में पति को बताया जिम्मेदार, पुलिस ने किया गिरफ्तार

भागलपुर। जिले के इशाकचक थाना क्षेत्र में सोमवार को उस समय सनसनी फैल गई जब एक 30 वर्षीय विवाहिता ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना व्यायामशाला के पास स्थित घर की है, जहां मृतका मनीषा कुमारी अपने पति राजन राज के साथ रहती थी। अचानक हुई इस घटना से पूरा परिवार और मोहल्ला स्तब्ध रह गया।
पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, सिटी एसपी शुभांक मिश्रा और इशाकचक थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत मामले की छानबीन शुरू कर दी और घर से साक्ष्य इकट्ठा किए। मृतका का मायका बूढ़ानाथ मोहल्ले में है। घटना की खबर पाते ही मृतका का भाई, बहन और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे और रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
सुसाइड नोट से मिला सुराग
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इस नोट में मनीषा ने किसी को सीधे तौर पर अपनी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया है। उसने लिखा कि उसे अपने पति से प्यार नहीं मिला, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में जी रही थी। नोट में उसने अपने बच्चों को कई तरह की नसीहतें दीं और अच्छे से जीवन जीने की सलाह दी। यह पत्र पुलिस की जांच का अहम हिस्सा बन गया है।
पति को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई के तहत मृतका के पति राजन राज को हिरासत में ले लिया है। राजन एक निजी बैंक में नौकरी करता है। हालांकि, सुसाइड नोट में उसे दोषी नहीं ठहराया गया है, लेकिन पति-पत्नी के बीच संबंधों में खटास की संभावना से पुलिस इनकार नहीं कर रही है। पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयान और जांच के बाद ही वास्तविक स्थिति सामने आ पाएगी।
परिजनों का बयान
मनीषा के परिवारवालों ने बताया कि वह तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से स्नातक कर रही थी और इन दिनों पहले सेमेस्टर की परीक्षा दे रही थी। मंगलवार को उसकी अगली परीक्षा होनी थी, लेकिन उससे एक दिन पहले ही उसने यह कदम उठा लिया। परिजनों के मुताबिक, सोमवार की रात उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली। सुबह जब घरवालों ने उसे साड़ी से बने फंदे में लटका देखा तो तुरंत उतारकर दूसरे कमरे में लिटाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
फॉरेंसिक टीम की जांच
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल से विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं। इससे आत्महत्या के सही कारण और समय का पता लगाने में मदद मिलेगी। पुलिस सभी पहलुओं पर गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आत्महत्या के पीछे केवल पारिवारिक तनाव था या कोई और वजह भी।
समाज और रिश्तों पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर समाज में रिश्तों की जटिलताओं और वैवाहिक जीवन में संवाद की कमी को उजागर किया है। सुसाइड नोट में पति से प्यार नहीं मिलने की बात लिखना यह दर्शाता है कि मानसिक तनाव और भावनात्मक उपेक्षा भी आत्महत्या जैसी चरम घटनाओं को जन्म दे सकती है। यह केवल एक पारिवारिक त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक गहरी सीख है कि आपसी संवाद और भावनात्मक सहयोग जीवन में कितना जरूरी है।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस ने पति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। परिजनों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। पुलिस का कहना है कि जब तक सभी पहलुओं की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक आत्महत्या के कारण पर कोई ठोस निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। भागलपुर की यह घटना केवल एक परिवार की व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। मानसिक तनाव, भावनात्मक अकेलापन और रिश्तों में संवाद की कमी ऐसे कारक हैं जो लोगों को आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर सकते हैं। मनीषा कुमारी के मामले में भले ही उसने सुसाइड नोट में किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया, लेकिन पति से प्यार न मिलने की बात ने पूरे प्रकरण को संवेदनशील बना दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच क्या नया खुलासा करती है और किस तरह इस मामले का निष्कर्ष निकलता है।

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