पटना में धारदार हथियार से युवक की हत्या, इलाके में सनसनी, छानबीन में जुटी पुलिस

पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक बार फिर अपराध ने सिर उठाया है। अपराधियों की हिम्मत इस कदर बढ़ गई है कि वे अब खुलेआम हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देने लगे हैं। गुरुवार की सुबह पटना के दानापुर क्षेत्र के हथियाकांध में हुई एक हत्या की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। अपराधियों ने मात्र 20 वर्षीय युवक की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी, जिससे क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल फैल गया है।
घर के पास युवक की हत्या
घटना दानापुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है। मृतक की पहचान राकेश सिंह के बेटे शिवम उर्फ बंटी के रूप में हुई है, जिसकी उम्र केवल 20 वर्ष थी। बताया गया है कि शिवम की हत्या उसके ही घर के पास धारदार हथियार से की गई। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या की वजह क्या थी, लेकिन घटना को जिस तरह से अंजाम दिया गया है, उससे यह प्रतीत होता है कि अपराधियों ने योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया है।
इलाके में मचा हड़कंप
सुबह-सुबह हुई इस निर्मम हत्या की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग इस घटना से दहशत में हैं और तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोग इसे आपसी रंजिश बता रहे हैं तो कुछ इसे संगठित अपराध से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की तलाश जारी है।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
पटना में लगातार हो रही हत्याओं और अपराध की घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। खासकर दानापुर क्षेत्र, जो बीते कुछ समय से अपराधियों की गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है, वहां सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। एक के बाद एक हत्याओं की घटनाएं पुलिस प्रशासन की कमजोरी को उजागर कर रही हैं।
सुपारी किलरों पर निगरानी के प्रयास
इसी बीच बुधवार को बिहार पुलिस के एडीजी (मुख्यालय सह एसटीएफ) कुंदन कृष्णन ने शूटर सेल के गठन की बात कही थी। इस सेल का उद्देश्य सुपारी लेकर हत्या करने वाले किलरों की पहचान, निगरानी और गतिविधियों पर नियंत्रण रखना है। यह सेल न सिर्फ पुराने और सक्रिय शूटरों का डेटाबेस तैयार करेगा, बल्कि नए अपराधियों की भी जानकारी एकत्रित करेगा। इसके अलावा, विभिन्न जिलों को उन अपराधियों से संबंधित डोजियर सौंपे जा रहे हैं, जिन पर सुपारी किलिंग में संलिप्त होने का संदेह है। एडीजी ने यह भी बताया कि जेल में बंद सुपारी किलरों पर नजर रखी जा रही है और जो अपराधी जेल से छूटते हैं, उनकी गतिविधियों की निगरानी थाना स्तर पर की जाएगी।
हत्या की पृष्ठभूमि और संभावना
फिलहाल बंटी की हत्या के पीछे की मंशा स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी, संपत्ति विवाद या किसी अन्य संगठित अपराध का हिस्सा हो सकती है। चूंकि इस हत्या में धारदार हथियार का प्रयोग किया गया है, यह संभावना है कि यह पास से और घात लगाकर किया गया हमला था। दानापुर में युवक की हत्या की यह घटना पटना में अपराध की बढ़ती गंभीरता को रेखांकित करती है। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह न केवल घटना की त्वरित जांच करे, बल्कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ज़मीनी स्तर पर मजबूत व्यवस्था भी करे। साथ ही, आम जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाना भी अब बेहद जरूरी हो गया है, क्योंकि लगातार हो रही घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं बल्कि आम नागरिकों के मन में असुरक्षा की भावना भी बढ़ा रही हैं।
