पटना में महिला को स्कूल वैन ने मारी टक्कर, सिर पर गंभीर चोट, चालक मौके से फरार
पटना। बाढ़ थाना क्षेत्र के दयाचक में शनिवार को एक गंभीर हादसा हुआ। एक स्कूल वैन ने सड़क पर जा रही संजू देवी नामक महिला को टक्कर मार दी। इस हादसे में संजू देवी के सिर पर गंभीर चोट आई है। घटना के बाद वैन चालक मौके से फरार हो गया। यह दुर्घटना न केवल एक परिवार की मुश्किलें बढ़ाने वाली साबित हुई है, बल्कि स्थानीय लोगों में आक्रोश भी पैदा कर रही है।
हादसे की पूरी घटना
संजू देवी सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करती थीं। शनिवार को जब वे अपने काम से लौट रही थीं, तभी स्कूल वैन ने उन्हें टक्कर मार दी। दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि उनके सिर पर गंभीर चोट आई और वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। आसपास के लोगों ने तुरंत उन्हें अनुमंडल अस्पताल पहुँचाया, लेकिन वहाँ की स्थिति देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया। बाद में उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने सर्जरी की आवश्यकता बताई है।
संजू देवी की पारिवारिक स्थिति
संजू देवी का जीवन पहले ही कठिनाइयों से भरा रहा है। कई साल पहले उनके पति का निधन हो चुका है। चार साल पहले बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। अब उनके दो बेटियां ही उनका सहारा हैं, जिनमें से एक की शादी हो चुकी है। घर की पूरी जिम्मेदारी संजू देवी पर थी। वे सब्जी बेचने के अलावा घरों में बर्तन धोकर भी कमाई करती थीं और अपने वृद्ध सास-ससुर की देखभाल करती थीं। परिजनों ने बताया कि इलाज के लिए उन्हें डेढ़ लाख रुपये 5 प्रतिशत ब्याज पर उधार लेने पड़े हैं। अब सर्जरी के लिए और पैसों की आवश्यकता है, लेकिन आर्थिक हालत इतनी खराब हो गई है कि इलाज कराना मुश्किल हो गया है।
पुलिस की कार्रवाई और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुँची। बाढ़ थाना अध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह ने मामले की जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, आवेदन रिसीव करने वाले एएसआई सुधीर कुमार गुप्ता ने परिजनों को कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्घटना करने वाले वाहन की पहचान कर ली गई है, फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द दोषी वाहन चालक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वाहन मालिक से आर्थिक मदद दिलाई जाए ताकि संजू देवी का इलाज सही तरीके से हो सके।
परिवार की बेबसी
संजू देवी का परिवार अब पूरी तरह असहाय हो चुका है। उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा है। वृद्ध सास-ससुर भी बीमारी से जूझ रहे हैं। परिजनों का कहना है कि “हम अब बिल्कुल लाचार हो गए हैं। संजू देवी ही हमारे लिए सब कुछ थीं। वह हमारे लिए भोजन जुटाती थीं और घर की देखभाल करती थीं। अब हमें सहारा देने वाला कोई नहीं है।” यह बयान परिवार की हालत और दर्द को साफ उजागर करता है।
समाज और प्रशासन के लिए संदेश
यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि सड़क सुरक्षा और गरीब परिवारों की मदद के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक है। एक साधारण महिला की कठिन जिंदगी सड़क हादसे में और बदतर हो गई है। स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन पीड़िता के इलाज में मदद करे और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करे। साथ ही यह मामला इस बात की याद दिलाता है कि सड़क हादसों में गरीबों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ता है, इसलिए सड़क सुरक्षा नियमों का पालन और समाज की मदद समय की जरूरत है। इस प्रकार, पटना में हुई यह दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि उन असहाय परिवारों की व्यथा है जिन्हें प्रशासन और समाज की मदद की सबसे अधिक आवश्यकता है।


