PATNA : NH पर महिला को तेज रफ्तार स्कूल बस ने कुचला, ग्रामीणों ने किया उग्र प्रदर्शन

* हादसे के बाद 2 घंटे तक ग्रामीणों ने एनएच 98 किया जाम
* महिला के 5 बच्चों का रो रोकर बुरा हाल

फुलवारी शरीफ, (अजीत)। राजधानी पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नकटी भवानी के पास बुधवार की सुबह सड़क पार कर रही एक महिला को बस ने कुचल डाला। महिला की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मृतका की पहचान चकमुसा निवासी राज कुमार साव की पत्नी सुजाता देवी के रूप में हुई। घटना के बाद लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझा बुझाकर जाम हटाया।
घटना के बारे में बताया जाता है कि चकमुसा निवासी राज कुमार साव की पत्नी सुजाता देवी नकटी भवानी से आ रही थी। वह सड़क पार कर रही थी तभी एक स्कूली बस ने उसे अपने चपेट में ले लिया। वहीं चालक बस लेकर फरार हो गया। लोगों ने यह दृश्य देखा तब वह सड़क पर उतर गये और जाम लगा दिया। जाम की खबर पाकर थानाध्यक्ष उत्तम कुमार मौके पर पहुंचे और किसी प्रकार लोगों को समझाकर जाम हटा यातायात चालू कराया।
जानकारी के मुताबिक सुजाता देवी गुरुवार की सुबह सड़क पार करके शौच के लिए खेतों में जा रही थी। इसी क्रम में तेज रफ्तार से आ रही एक स्कूल बस ने उसे कुचल दिया। बताया जाता है कि जिस स्कूल की बस ने हादसे को अंजाम दिया है, वह स्कूल वाल्मी के पास अवस्थित है। घटना को अंजाम देने के बाद स्कूल बस तेजी से वहां से भाग निकला। सूचना मिलते ही चकमूसा गांव के लोग घटनास्थल पर जमा हो गए और इसकी सूचना जानीपुर थाने को दी। वहीं घटनास्थल पर शव को रख कर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। करीब 2 घंटे बाद स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोग आक्रोशित परिजनों और अन्य ग्रामीणों को समझाने बुझाने में कामयाब हुई। वहीं मौके पर जिला परिषद सदस्य दीपक कुमार मांझी भी पहुंचे और शोक संतप्त परिवार वालों को समझा बुझाकर सरकारी मुआवजा दिलवाने में मदद का भरोसा दिलाया।
बातचीत के क्रम में ग्रामीणों ने बताया कि राजकुमार साव ठेला चलाकर अपने और अपने पांच बच्चों का भरण पोषण करता है। बताया जाता है कि काफी रसूखदार शख्स का निजी स्कूल है, जिसने दुर्घटना को अंजाम दिया है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों के बीच स्कूल संचालक के द्वारा समझौते का प्रयास भी शुरू हो गया। उधर, जानीपुर थाना अध्यक्ष उत्तम कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि अभी तक परिवार वालों के तरफ से किसी तरह की कोई लिखित आवेदन नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि लिखित आवेदन के बाद पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर ठेला चालक राजकुमार राय के घर में शौचालय बना हुआ रहता तो उसकी पत्नी सुजाता देवी की जान शौच करने बाहर जाने के दौरान नहीं होती। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी फाइलों में भले ही ओडीएफ दिखा दिया जाता है लेकिन हकीकत जमीन पर देखने पर ही पता चलता है कि ग्रामीण इलाकों में आज भी महिलाएं सड़क किनारे शौच करने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ बात करें तो नकटी भवानी चकमुसा और बग्गा टोला आस-पास में ही अवस्थित है। अब तक इन दोनों गांव के मोड़ के पास नेशनल हाईवे 98 पर करीब एक दर्जन से अधिक लोगों की जान तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से हो चुकी है। गांव वालों का कहना है कि पटना एम्स के बगल के गांव चकमुसा-बग्घा टोला पूरी तरह से एक्सिडेंटियल जोन बन गया है। दर्जनों लोग असमय दुर्घटना से मौत के मुंह में चले गए। स्थानीय लोग कई बार सड़क को बैरिकेटिंग से घेरने, अंडर पास अथवा ब्रेकर बनाने की मांग करते रहे हैं लेकिन प्रशासन के तरफ आश्वासन ही मिलता रहा है।