November 18, 2025

देश के रेलवे कर्मचारियों को जल्द मिलेगा त्योहारों का बोनस, प्रस्ताव को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मिलेगी मंजूरी

नई दिल्ली। देश के लाखों रेलवे कर्मचारियों के लिए त्योहारों के मौसम में खुशखबरी आने वाली है। केंद्रीय मंत्रिमंडल जल्द ही अपनी बैठक में रेलवे कर्मियों को उत्पादकता आधारित बोनस देने के प्रस्ताव पर मुहर लगा सकता है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी कर्मचारियों को त्यौहारों से पहले बोनस मिलने की संभावना है, जिससे उनका उत्साह और मनोबल बढ़ेगा। सरकारी सूत्रों का कहना है कि बोनस पर अंतिम फैसला आगामी कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा।
क्या है उत्पादकता आधारित बोनस
रेलवे कर्मचारियों को हर साल उत्पादकता आधारित बोनस दिया जाता है। यह बोनस गैर-गजेटेड कर्मचारियों को उनके योगदान और रेलवे की कार्यकुशलता में सुधार को ध्यान में रखकर प्रदान किया जाता है। इसके पीछे उद्देश्य होता है कि कर्मचारी अपने काम में और अधिक समर्पण व मेहनत से जुटें और रेलवे का प्रदर्शन बेहतर बने। पिछले साल करीब 11 लाख कर्मचारियों को यह बोनस दिया गया था, जिससे उनके परिवारों को त्योहारी खर्च में बड़ी राहत मिली थी। यही कारण है कि इस वर्ष भी कर्मचारियों को बोनस मिलने की उम्मीद की जा रही है।
अर्थव्यवस्था पर बोनस का असर
त्योहारी समय में रेलवे कर्मचारियों को बोनस दिए जाने का असर केवल उनके व्यक्तिगत जीवन पर ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलता है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि रेलवे कर्मचारी देश के शहरी और अर्ध-शहरी भारत के उपभोक्ता वर्ग का एक बड़ा हिस्सा हैं। ऐसे में इनके हाथ में बोनस के रूप में अतिरिक्त नकदी आने से त्योहारों के मौसम में बाजार की मांग में तेजी आती है। यह बढ़ी हुई खपत रिटेल सेक्टर, छोटे कारोबारियों और उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री के लिए खास अहमियत रखती है। जानकारों के अनुसार, इस साल बोनस की घोषणा हाल ही में लागू जीएसटी कटौती के साथ मिलकर उपभोग में और भी तेजी ला सकती है। त्योहारी सीजन मांग आधारित अर्थव्यवस्था को गति देने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। कई बार इसमें नकद बढ़ोतरी का गुणक प्रभाव पड़ता है, जिससे साल की अंतिम तिमाही में भी मांग का स्तर मजबूत बने रहता है।
यूनियनों की मांगें
रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस को लेकर कर्मचारियों की यूनियनों ने भी अपनी आवाज बुलंद की है। उनका कहना है कि बोनस की गणना पुरानी वेतन संरचना के आधार पर की जाती है, जबकि समय के साथ इसमें बदलाव होना चाहिए। भारतीय रेलवे कर्मचारी महासंघ (आईआरईएफ) ने सरकार से मांग की है कि बोनस की राशि सातवें वेतन आयोग के न्यूनतम वेतनमान यानी 18,000 रुपये के आधार पर तय की जाए। फिलहाल बोनस की गणना छठे वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम वेतन 7,000 रुपये के आधार पर होती है। आईआरईएफ के राष्ट्रीय महासचिव सर्वजीत सिंह ने इसे कर्मचारियों के साथ “अत्यंत अन्यायपूर्ण” बताया। इसी प्रकार अखिल भारतीय रेलवे कर्मचारी संघ (एआईआरएफ) ने भी बोनस की अधिकतम सीमा 7,000 रुपये को हटाकर वर्तमान वेतन संरचना के अनुरूप तय करने की मांग रखी है। उनका कहना है कि समय के साथ लागत और जीवनयापन का स्तर बढ़ गया है, ऐसे में बोनस की सीमा पुरानी व्यवस्था पर आधारित नहीं रहनी चाहिए।
वेतन आयोग और भविष्य की उम्मीदें
केवल बोनस ही नहीं, रेलवे कर्मचारी यूनियन ने आठवें वेतन आयोग की स्थापना को लेकर भी सरकार से गजट अधिसूचना जारी करने की मांग की है। कर्मचारियों का मानना है कि सातवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद से अब तक महंगाई दर काफी बढ़ चुकी है और वेतन संशोधन की जरूरत साफ दिख रही है। ऐसे में यदि सरकार बोनस की राशि बढ़ाने के साथ-साथ अगले वेतन आयोग की प्रक्रिया शुरू करती है तो इससे लाखों कर्मचारियों में भरोसा और संतोष का माहौल बनेगा।
बोनस की घोषणा का संभावित असर
त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले यदि रेलवे कर्मचारियों को बोनस मिल जाता है तो इसका असर सीधे तौर पर बाजार की रौनक में देखने को मिलेगा। देशभर में रेलवे कर्मचारी और उनका परिवार मध्यमवर्गीय उपभोक्ता वर्ग का एक बड़ा हिस्सा हैं। उनकी खर्च करने की क्षमता बढ़ने से खुदरा बाजार, इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान, मिठाई और अन्य त्योहारी उत्पादों की बिक्री में इजाफा होगा। दिवाली जैसे बड़े त्योहारों पर कर्मचारियों का बोनस न केवल उनके जीवन में आर्थिक मजबूती लाता है बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान करता है। आगामी कैबिनेट बैठक रेलवे कर्मचारियों के लिए बड़ी उम्मीदें लेकर आने वाली है। उत्पादकता आधारित बोनस न केवल कामगारों की मेहनत का सम्मान है बल्कि इसे भारतीय रेलवे और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला कदम भी माना जा सकता है। यूनियनों की ओर से बोनस बढ़ाने और वेतन आयोग पर विचार करने की मांग भी सरकार के एजेंडे में शामिल हो सकती है। फिलहाल रेलवे कर्मचारी इस घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो दिवाली से पहले उनके चेहरों पर मुस्कान ला सकती है।

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