बिहार विधान परिषद में बोले उपमुख्यमंत्री- शहरी आबादी को मिलेगी बेहतर नगरीय सुविधा

  • स्वच्छ पटना, सुंदर पटना संकल्पों को पूरा करने हेतु किये जा रहे हैं महत्वपूर्ण प्रयास

पटना। बिहार विधान परिषद में तारांकित प्रश्न का जवाब देते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री-सह-नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में राजधानी पटना को बेहतर स्थान दिलाने के लिए पटना नगर निगम के द्वारा महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थापित मानकों के अनुरूप पृथक्कीकृत अवशिष्ट संग्रहण को योजनाबद्ध रूप से लागू कराया गया है। अपशिष्टों के प्रसंस्करण एवं निस्तारण की दिशा में योजनाएं प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के विकास तथा सीवर लाइन की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। साथ ही, निगम क्षेत्र के सभी कम्युनिटी टॉयलेट, पब्लिक टॉयलेट को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहर के बड़े नालों सरपेंटाइन नाला, मंदिरी नाला, आनंदपुरी नाला को पक्कीकरण करते हुए इन्हें ठोस अपशिष्टों से मुक्त किया जाने की दिशा में कार्य प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए प्लास्टिक के पूर्ण उपयोग को प्रतिबंधित किया गया है। स्वच्छता के कार्यों में कार्यरत सभी निगम कर्मियों की क्षमतावर्द्धन हेतु सतत प्रशिक्षण के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम के लीगेसी वेस्ट की बायो माइनिंग की जा रही है तथा अब तक लगभग 70 प्रतिशत लीगेसी वेस्ट को समाप्त कर लिया गया है। आनसाइट प्रोसेसिंग को प्रोत्साहित किए जाने हेतु डोर-टू-डोर अभियान का संचालन किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता संबंधी कार्यों में आम नागरिकों की अभिरुचि बढ़ाने एवं उसके सक्रिय योगदान प्राप्त करने हेतु नियमित रूप से जन जागरूकता कार्यक्रमों को क्रियान्वित किया गया है तथा सतत रूप से ऐसे कार्यक्रम को निर्बाध गति से चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में ठोस अपशिष्टों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। वर्तमान में नगर निकायों में सफाई हेतु कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन एवं सोर्स सेग्रीगेशन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ नगर निकायों के द्वारा सूखा कचरा के निस्तारण हेतु कुल 57 मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट लगाया गया है तथा गीले कचरे के निस्तारण हेतु 147 कंपोस्ट प्लांट लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राज्य की शहरी आबादी को बेहतर नगरीय सुविधा मुहैया कराने की दिशा में तत्परता के साथ काम कर रही है। आने वाले दिनों में हम इसे और बेहतर करेंगे तथा राजधानी पटना स्वच्छता सर्वेक्षण के उच्चतर पायदानों पर दिखेगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और साफ-सफाई के कार्यों में सरकार के प्रयासों के साथ-साथ सामूहिक भागीदारी से हम बेहतर शहर बनाने में कामयाब होंगे।

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